आधुनिकता की चकचौन्ध व बदलते परिवेश में मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कारीगर अपनी प्राचीन कला को छोड़ कर दूसरे व्यवसायों की तरफ अग्रसर होना पड़ा था, जिसका मुख्य कारण था उपेक्षा।