मार्च से नीतिगत दरों को सख्त किये जाने के संकेतों के बीच बाजार में आयी भारी गिरावट
फाइल फ़ोटो


आज बीएसई का मेन इंडेक्‍स 57,795 अंक पर खुला। खबर लिखे जाने तक यह पिछले बंद स्‍तर से 715 अंक ऊपर कारोबार कर रहा था। सूचकांक के ज्‍यादातर शेयर हरे निशान पर थे। सिर्फ Maruti और Powergrid नुकसान में रहे। उधर, Nifty 50 भी 225 अंक ऊपर 17335 पर कारोबार कर रहा था।

इससे पहले वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को 581 अंक लुढ़क गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मार्च से नीतिगत दरों को सख्त किये जाने के संकेतों के बीच बाजार में गिरावट रही। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 581.21 अंक यानी एक प्रतिशत लुढ़ककर 57,276.94 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 167.80 अंक यानी 0.97 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,110.15 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक का शेयर चार प्रतिशत से अधिक लुढ़ककर सर्वाधिक नुकसान में रहा। इसके अलावा टेक महिंद्रा, डॉ. रेड्डीज, विप्रो, टीसीएस, टाइटन और इन्फोसिस के शेयर भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में एक्सिस बैंक, एसबीआई, मारुति और कोटक बैंक शामिल हैं। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया कि मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिए ब्याज दर बढ़ाने को लेकर काफी गुंजाइश है। निवेशकों के बीच इस बात की आशंका है कि नीतिगत दर में वृद्धि के बाद भारत जैसे उभरते देशों से विदेशी पूंजी निकासी बढ़ेगी।

एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर कारोबार में गिरावट का रुख था। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.16 प्रतिशत गिरकर 89.82 डॉलर प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार में आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 7,094.48 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

अधिक बिज़नेस की खबरें