वैश्विक रत्न और आभूषण कारोबार में भारत करेगा तरक्‍की -पीयूष गोयल
पीयूष गोयल


देश को आत्मनिर्भर रत्न और आभूषण क्षेत्र की जरूरत है और सरकार घरेलू स्‍तर पर और निर्यात बढ़ाने के लिए इस पर फोकस कर रही है। बजट 2022 ने इस क्षेत्र की वृद्धि और वैश्विक रत्न एवं आभूषण कारोबार में भारत की मौजूदगी बढ़ाने की राह प्रशस्त की है।

भारत रत्न और आभूषण क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा-

उन्‍होंने कहा कि भारत रत्न और आभूषण क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना चाहता है। इसलिए, यह घरेलू विकास और निर्यात प्रोत्साहन दोनों के लिए एक फोकस क्षेत्र होगा। बजट 2022 में इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रावधान किया गया है। वैश्विक रत्न और आभूषण कारोबार में भारत तरक्‍की करेगा।

IIJS Signature 2022 का सालाना समारोह-

गोयल ने IIJS Signature 2022 के सालाना समारोह को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि यह क्षेत्र सकल घरेलू उत्पाद में 7 प्रतिशत का योगदान देता है और लगभग 50 लाख लोगों को रोजगार देता है।

ई-कॉमर्स के जरिये निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा-

गोयल ने IIJS Signature 2022 में कहा कि बजट 2022 ने इस क्षेत्र की वृद्धि और वैश्विक रत्न एवं आभूषण कारोबार में भारत की मौजूदगी बढ़ाने की राह प्रशस्त की है। बजट में प्रस्तावित नीतियों से ई-कॉमर्स के जरिये निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा और छोटे विक्रेता भी इस क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार बनेंगे।

40 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य-

गोयल ने कहा-मुझे यकीन है कि यह क्षेत्र चालू वित्त वर्ष के अंत तक 40 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल करने में सफल रहेगा। गोयल ने IIJS Signature 2022 में कहा कि 31 जनवरी 2022 तक इसका निर्यात 32 अरब डॉलर पर था। इस तरह मार्च के अंत तक रत्न और आभूषण निर्यात कोविड-पूर्व स्तर पर पहुंच जाएगा।

850 प्रतिभागी शिरकत कर रहे सम्‍मेलन में-

चार-दिवसीय इंडिया इंटरनेशनल ज्वैलरी शो सिग्नेचर 2022 में 850 प्रतिभागी शिरकत कर रहे हैं। इसमें अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, नेपाल, उजबेकिस्तान और बांग्लादेश के कारोबारी भी आए हुए हैं ।

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