ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका के कारण अंतराष्ट्रीय बाजार में दबाव की स्थिति
Pile Photo


नई दिल्ली : अंतराष्ट्रीय बाजार में बुधवार को दबाव देखने को मिल रहा है। यही कारण है कि अभी तक वॉल स्ट्रीट से लेकर एशियन मार्केट तक बिकवाली का जोरदार दबाव है। पिछले कारोबारी सत्र में वॉल स्ट्रीट एक प्रतिशत से भी अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ था। इसी तरह यूरोपीय बाजार में भी 1.25 प्रतिशत की कमजोरी दर्ज की गई थी। आज एशियाई बाजारों के सेंटीमेंट्स भी खराब नजर आ रहे हैं।

भारत के अलावा एशिया के नौ बाजारों में से सात में आज कारोबार हो रहा है। इन सबके सूचकांक फिलहाल दबाव के साथ लाल निशान में कारोबार करते दिख रहे हैं। पिछले सत्र के कारोबार के दौरान वॉल स्ट्रीट के तीनों सूचकांक भारी गिरावट के साथ बंद हुए। डाओ जोंस 367.17 अंक यानी 1.08 प्रतिशत टूट कर 33,684.53 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह एसएंडपी 500 इंडेक्स ने 1.16 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 4,119.58 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के अपने कारोबार का अंत किया। इसके अलावा नैस्डेक 132.09 अंक यानी 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 12,080.51 अंक के स्तर पर बंद हुआ।

यूरोपीय बाजार के निवेशकों की भी नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले के साथ ही यूरोपीय सेंट्रल बैंक के फैसले पर टिकी रहने वाली है। यूरोपीय सेंट्रल बैंक भी इसी हफ्ते ब्याज दरों को लेकर नया ऐलान कर सकता है। माना जा रहा है कि महंगाई पर काबू पाने के लिए यूरोपीय सेंट्रल बैंक भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का तरीका अपना सकता है। इसी आशंका की वजह से पिछले कारोबारी सत्र के दौरान यूरोपीय बाजारों में भी गिरावट का रुख बना रहा।

एफटीएसई इंडेक्स 97.54 अंक यानी 1.25 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 7,773.03 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह सीएसी इंडेक्स ने 108.30 अंक यानी 1.47 प्रतिशत फिसल कर 7,383.20 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के अपने कारोबार का अंत किया। इसके अलावा डीएएक्स इंडेक्स 195.44 अंक यानी 1.24 प्रतिशत टूट कर 15,726.94 अंक के स्तर पर बंद हुआ।

(देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते है)

अधिक बिज़नेस की खबरें