नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी कार्यकाल 3.0 का पहला बजट लोकसभा में पेश कर रही हैं. इस बीच, ईपीएफओ को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने पांच योजनाओं के लिए बजट में 2 लाख करोड़ के आवंटन का ऐलान किया है. इस बजट में उन्होंने पहली बार नौकरी पाने वालों को तोहफा दिया है. सीतारमण ने कहा कि संगठित क्षेत्र में पहली बार नौकरी की शुरुआत करने वालों को एक महीने का वेतन दिया जाएगा. यह वेतन डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफ (डीबीटी) के जरिए तीन किस्तों में जारी किया जाएगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पूरे वर्ष और उससे आगे की ओर ध्यान देते हुए, इस बजट में, हम विशेष रूप से रोजगार, कौशल, MSME और मध्यम वर्ग पर फोकस करते हैं. मुझे 5 साल की अवधि में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री के पैकेज की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जिसमें 2 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे.
नौकरी वालों के लिए तीन बड़े ऐलान
1- ईपीएफओ के तहत पहली बार रजिस्टर्ड होने वाले कर्मचारियों को 1 माह के वेतन का 15 हजार रुपये तक तीन किस्त में डायरेक्ट लाभ ट्रांसफर के जरिए जारी किया जाएगा.
2- रोजगार पाने के पहले चार साल में उन्हें ईपीएफओ योगदान के तहत नियोक्ता और कर्मचारी दोनों को डायरेक्ट प्रोत्साहन प्रोवाइड कराया जाएगा.
3- नियोक्ताओं को समर्थन देने के लिए सरकार ने बजट में कहा कि अतिरिक्त कर्मचारियों के दो सालों तक उनके प्रतिमाह योगदान 3 हजार तक की प्रतिपूर्ति की जाएगी.
बजट की ये 9 प्राथमिकताएं
कृषि क्षेत्र में उत्पादकता और लचीलापन
रोजगार एवं कौशल
समावेशी मानव संसाधन विकास एवं सामाजिक न्याय
विनिर्माण एवं सेवाएं
शहरी विकास
ऊर्जा संरक्षण
अवसंरचना
नवाचार, अनुसंधान एवं विकास
नई पीढ़ी के सुधार
1 करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत की टॉप कंपनियां पांच साल में 1 करोड़ युवाओं को कौशन ट्रेनिंग प्रोवाइड कराएंगी. पांच हजार रुपये मासिक मानदेय के साथ 12 महीने की प्रधानमंत्री इंटर्नशिप की शुरुआत की जाएगी.