बिरला फर्टिलिटी एवं आईवीएफ लखनऊ में लांच करेगा फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन सेवाएं 
डॉ. पंकज तलवार और डॉ. विनीता दास


लखनऊ : बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ फर्टिलिटी के डायरेक्टर ने मंगलवार को कहा ग्लोबल लीडर बनने के उद्देश्य के साथ बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ केंद्र, लखनऊ में फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन लगातार सेवाएं प्रदान कर रहा है. ऐसा इसलिए दंपत्ति अपनी फर्टिलिटी को संरक्षित कर अपनी पसंद के समय गर्भधारण कर सकें. बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ देश में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ फर्टिलिटी एवं आईवीएफ ब्रांड है. 

महिलाओं व पुरुषों की इन्फर्टिलिटी के लिए विस्तृत फर्टिलिटी उपचारों तथा एडवांस जेनेटिक्स एवं डायग्नोस्टिक के साथ बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ दंपत्तियों के फर्टिलिटी के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है.  यहाँ आने वाले 95 प्रतिशत से ज्यादा दंपत्तियों को किफायती व पारदर्शी मूल्यों के साथ पूर्ण संतुष्टि मिलती है और अधिकांश दंपत्ति गर्भधारण करने में सफल होते हैं. बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ सोशल एग फ्रीजिंग, स्पर्म फ्रीजिंग से लेकर कैंसर एवं अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए मेडिकल फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन आदि संपूर्ण सेवाएं प्रदान करता है. 

सेवाओं को लॉन्च करते हुए डॉ. प्रो. (कर्नल) पंकज तलवार, डायरेक्टर, मेडिकल सर्विसेज़, बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ ने कहा, ‘‘कुछ दंपत्ति गर्भधारण को भविष्य के लिए टाल देते हैं ताकि वो परिवार शुरू करने से पहले अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करके वित्तीय स्वतंत्रता हासिल कर सकें. फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन ने दंपत्तियों को उस समय संतान प्राप्ति करने में समर्थ बनाया है, जब वो चाहते हैं. कैंसर के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसकी वजह से फर्टिलिटी की समस्याएं हो सकती हैं. भारत में साल 2022 में कैंसर के अनुमानित 14,61,427 मामले थे. ऐसी स्थितियों में फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन न केवल गर्भधारण को भविष्य के लिए टालने, बल्कि फर्टिलिटी के अन्य विकल्पों की गारंटी प्रदान करने के लिए एक बहुत ही प्रभावशाली साधन है.

इसके साथ ही बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ फर्टिलिटी की एडवाइजर एवं कंसल्टेंट डॉ. (प्रो.) विनीता दास ने कहा, ‘‘आज कई लोग काफी देर से शादी कर रहे हैं या परिवार बहुत देर से शुरू कर रहे हैं. उम्र के साथ फर्टिलिटी कम होती चली जाती है. समय के साथ अंडों और स्पर्म, दोनों की गुणवत्ता व संख्या कम होती चली जाती है. इसलिए युवावस्था में ही अपने उच्च गुणवत्ता के अंडों या स्पर्म को फ्रीज करा लेने से लोगों को बाद में गर्भधारण करने की बेहतर संभावनाएं मिल सकती हैं. फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन से लोगों को यह निर्णय लेने की स्वतंत्रता मिलती है कि उन्हें परिवार कब शुरू करना है. 

(देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते है)

अधिक सेहत/एजुकेशन की खबरें