बुढ़ापे में रहना है स्वस्थ्य तो आज से अपने खाने में शामिल करें चीज
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बुढ़ापा एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसे कोई नहीं रोक सकता। कुछ लोग इसे दिल खोलकर और खुशी-खुशी अपनाते हैं, तो वहीं कुछ लोग इससे परेशान हो जाते हैं। लेकिन इसका सामना हर किसी को करना ही पड़ता है। इसलिए बेहतर है कि बढ़ती उम्र के दौरान इसे सावधानी और खुशी के साथ अपना लेना चाहिए और अपना विशेष रूप से ख्याल रखना चाहिए। इस दौरान हमारे शरीर कई तरह के बदलाव होते हैं, जिसे देखते हुए हमें आहार की जरूरतों जीवनशैली में भी बदलाव करना चाहिए।


बुजुर्गों के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल टिप्स

1. कैल्शियम युक्त भोजन करें: कम फैट वाले डेयरी उत्पाद जैसे टोंड दूध और पत्तेदार सब्जियां का सेवन करें, क्योंकि इनमें कैल्शियम समृद्ध मात्रा में होता है।

2. अनसैचुरेटेड फैट वाले डाइट लें: सैचुरेटेड फैट को कम करें और तले हुए भोजन, हाई फैट वाले डेयरी और मांस को कम करें। इसके बजाय एवोकैडो, मछली और वनस्पति तेलों जैसे अनसैचुरेटेड फैट वाले फूड्स का सेवन करें।

3. फाइबर युक्त फूड्स का सेवन करें: उच्च फाइबर वाले फूड्स, जो पोषण से भरपूर होते हैं उनके सेवन से कब्ज में राहत मिल सकती है। ये फूड्स आपके शरीर में विटामिन, खनिज और पोषक तत्वों की आपूर्ति कर सकते हैं, जिनकी आपके शरीर को आवश्यकता होती है। कच्चे फल, सब्जियां और साबुत अनाज आहार में फाइबर के समृद्ध स्रोत होते हैं।

4. लीन प्रोटीन: हाई प्रोटीन कम फैट वाले खाद्य पदार्थ मांसपेशियों के निर्माण और संभावित वजन घटाने के लिए अच्छे हो सकते हैं। अच्छी सेहत और संतुलित पोषण के लिए अलग-अलग तरह के प्लांट और मीट को चुनें, जैसे सफेद मांस वाली मछली, अंडे का सफेद भाग और बीन्स।

5. पानी और हेल्दी ड्रिंक: पानी पीने से डिहाइड्रेशन को रोका जा सकता है, जिससे दिमाग को हेल्दी रखने में भी मदद कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप मूड में बदलाव हो सकता है और शरीर के तापमान को बनाए रखने में मदद मिल सकता है। इससे कब्ज और गुर्दे की पथरी को रोका जा सकता हैए। इसके अलावा कम फैट वाले दूध, शुगर फ्री ड्रिंक्स या 100% शुद्ध फल या सब्जियों के रस का सेवन करने से कैल्शियम, पोटेशियम और विटामिन डी जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व की आपूर्ति हो सकती है।

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