अफ्रीकी देश बुर्किना फासो में तख्तापलट
फाइल फ़ोटो


औगाडौगू : अफ्रीकी देश बुर्किना फासो में सेना ने तख्तापलट कर दिया है। राष्टपति रोच मार्क क्रिश्चियन काबोरे को बंधक बनाकर संसद भंग कर दी है और देश की सीमाएं भी सील कर दी गई है। अब देश का कंट्रोल आर्मी के हाथ में है। तख्तापलट की घोषणा स्टेट टेलीविजन पर कैप्टन सिदसोर कादर औएद्राओगो ने की।

कैप्टन सिदसोर ने कहा, ‘देश की सुरक्षा स्थिति लगातार बिगड़ रही थी और सरकार देश की जनता को भी एकजुट नहीं कर पा रही थी। इसके जवाब में सेना ने सत्ता पर कब्जा कर दिया है।’ सेना के ड्रेस में उनके साथ बैठे लेफ्टिनेंट कर्नल पॉल-हेनरी दामिबा अब बुर्किना फासो के नए लीडर होंगे।

दमीबा को दिसंबर में काबोरे ने देश के तीसरे सैन्य क्षेत्र के कमांडर के रूप में प्रमोट किया था। उन्होंने पेरिस में मिलिट्री एकेडमी में पढ़ाई की थी और हाल ही में वेस्ट अफ्रीकन आर्मीज एंड टेररिज्म: अनसर्टेन रिस्पॉन्सेस? नाम की एक बुक लिखी थी।

टेलीविजन पर जारी बयान में ये नहीं बताया गया है कि सेना ने काबोरे को बंधक बनाकर कहा रखा है। औगाडौगू में राष्ट्रपति भवन के पास रविवार को हुई लड़ाई के बाद से राष्ट्रपति को नहीं देखा गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार सुबह कोबारो को हिरासत में लिया गया था। उनसे इस्तीफे पर साइन भी करवाए गए हैं। सेना ने राष्टपति रोच मार्क क्रिश्चियन काबोरे को बंधक बनाकर संसद को भंग कर दिया है

तख्तापलट की घोषणा के बाद, देश की जनता आर्मी के समर्थन में सड़कों पर उतर आई और जोर-जोर से कार के हॉर्न बजाकर खुशी जताई। लोगों को उम्मीद है कि तख्तापलट से देश की स्थिति सुधरेगी।

औगाडौगू शहर में सड़क पर उतरे एक नागरिक मैनुअल सिप ने कहा, ‘यह बुर्किना फासो के लिए अपनी अखंडता हासिल करने का एक अवसर है। पिछली सरकार ने हमें डूबो दिया। लोग रोजाना मर रहे हैं। सैनिक मर रहे हैं। हजारों विस्थापित हैं।’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति को हटाने के लिए सेना को तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए थी।’ तख्तापलट से लोग खुश है और बुर्किना फासो के लिए अपनी अखंडता हासिल करने का एक अवसर बता रहे हैं लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने तख्तापलट करने वाले नेताओं से हथियार डालने को कहा।


अधिक विदेश की खबरें