श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच हिंसा करने वालों को गोली मारने के आदेश
देश में हालात लगभग बेकाबू से है और हिंसक घटनाएं बढ़ गई हैं.


कोलंबो : श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच हालात बेहद खराब हो चुके हैं. देश में अलग-अलग हिस्सों में हुई हिंसा में अब तक आठ लोगों की मौत और 250 से अधिक घायल हो गए हैं. इसी बीच रक्षा मंत्रालय ने थलसेना, वायुसेना और नौसेना कर्मियों को सार्वजनिक संपत्ति को लूटने या आम लोगों को चोट पहुंचाने वाले किसी भी दंगाई को गोली मारने का आदेश जारी किया है. यह आदेश राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे की लोगों से हिंसा और बदले की भावना वाले कृत्य रोकने की अपील के बाद आया है.

श्रीलंका सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन पिछले कुछ दिन में तेज हो गया है, परिणामस्वरूप विरोध स्थलों पर तैनात सुरक्षा बलों के साथ झड़पों की घटनाओं में वृद्धि हुई है. सेना के प्रवक्ता ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने तीनों बलों को सार्वजनिक संपत्ति लूटने या दूसरों को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति पर गोलियां चलाने का आदेश दिया है. 

देश में हालात लगभग बेकाबू से है और हिंसक घटनाएं बढ़ गई हैं, जिसमें मंत्रियों और सांसद के घरों को जला दिया गया है. देशव्यापी कर्फ्यू के बीच सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं व मंत्रियों के घरों के साथ कई कार्यालयों को भी को आग के हवाले कर दिया और बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए थे.

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