डॉक्टर एम.डी. सलाम खान ने बताए डेंगू से बचने के उपाय
डॉक्टर एम० डी० सलाम


सिद्धार्थनगर : बेवा अमन हॉस्पिटल के डॉक्टर एम० डी० सलाम (सर्जन) ने डेंगू वायरस बीमारी से बचाव के लिए कुछ विशेष जानकारी जनहित में लोगों के साथ साझा किया। डेंगू बुखार एक संक्रमण है जो डेंगू वायरस के कारण होता है।ये एडीज नमक मादा मच्छर के काटने से होता डेंगू का इलाज समय पर करना बहुत जरूरी होता है।मच्छर डेंगू वायरस को संचालित करते है। डेंगू बुखार को ,,हड्डी तोड़ बुखार,, के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इससे पीड़ित लोगों को इतना अधिक दर्द होता है की जैसे उनकी हड्डियां टूट गई हो। डेंगू चार वायरस की वजह से होता है। डी ई एन वी _1     डी ई एन वी _2   डी ई एन वी _3   डी ई एन वी_4     जब ये पहले से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है।और बीमारी तब फैलती है जब वो मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है और वायरस व्यक्ति के रक्त प्रवाह के जरिए फैलता है। डेंगू मैं 104 फारेनहाइट डिग्री का बुखार होता है , जिसके साथ इनमे से कम से कम 2 निशानियां होती है ।


1 मांसपेशियां हड्डियों और जोड़ों में दर्द
2  जी मिचलाना
3  उल्टी होना
4  आंखों के पीछे दर
5  ग्रंथियों में सूजन
6  त्वचा में लाल चकत्ते होना

इससे बचने के कुछ उपाय
फुल आस्तीन की शर्ट,बच्चो को फुल पैंट जिससे पूरा शरीर ढका रहे ,कूलर में पानी का जमाव ,गमले में पानी का रहना,बाथरूम में जलजमाव आदि ।इससे बचने के कुछ घरेलू उपचार भी है । पपीते का रस (20 मिली) 2 बार  3 बार पिएं यह प्लेटलेट में सुधार के लिए सबसे अच्छा है।  
आंवला और व्हीटग्रास जूस के साथ गिलोय (गुडूची ) का रस भी रोगी की रक्षा और प्लेटलेट बड़ाने। में फायदेमंद है।
इससे सुधार न होने की हालत में आप किसी चिकित्सक से इलाज कराएं ।

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