राजस्थान : अलवर में विकास के नाम पर चला बुलडोजर, 300 साल पुराने तीन मंदिर को तोड़ा
मंदिर पर बुलडोजर की कार्रवाई, इनसेट में मलबे में तब्दील मंदिर


अलवर : उत्तर प्रदेश में अपराधियों द्वारा किये गए अवैध कब्जों पर योगी सरकार ने क्या  बुलडोजर चलाया है कि देशभर में ये ट्रेंड में आ गया है. यूपी के तर्ज पर अब कई राज्यों में इस तरह की कार्रवाई जारी है, लेकिन इस बीच दिल्ली के जहांगीरपुरी में बुलडोजर कार्रवाई का मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है. एक खबर अब राजस्थान के अलवर से आई है जहां राज्य सरकार के आदेश के बाद कई मंदिरों पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है.

जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के अलवर में नगर पालिका परिषद की तरफ से 300 साल पुराने मंदिरों पर बुलडोजर चला है. लगातार अलग-अलग प्रदेश में बुलडोजर की इस तरह की कार्रवाई से सभी दंग हैं. बुलडोजर की कार्रवाई के बाद राजगढ़ कस्बे का मुख्य मार्ग खंडर में तब्दील हो गया. भवनों व दुकानों को बिना किसी मुआवजे के ध्वस्त कर दिया.

मास्टर प्लान के नाम पर चला बुलडोजर
बता दें कि अलवर जिले के राजगढ़ में मास्टर प्लान के नाम पर प्राचीन भवनों, दुकानों पर बुलडोजर चलवा दिया गया. कार्रवाई करने वाले अधिकारियों ने विकास के नाम पर मंदिरों को भी तोड़ दिया.

300 साल पुराना शिवलिंग तोड़ा
प्रशासन की कार्रवाई से मंदिर की मूर्तियां खंडित हुई हैं. इस दौरान ड्रील से तोड़ा गया 300 साल पुराना शिवलिंग भी टूट गया. लोगों का आरोप है कि विकास के नाम पर साजिश के तहत मंदिर तोड़े गए हैं.

बीजेपी ने किया विरोध
अलवर में मंदिर तोड़े जाने पर बीजेपी ने इसका विरोध जताया है. बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'अलवर में 300 साल पुराना शिव मंदिर तोड़ना राजस्थान की कांग्रेस सरकार धर्म विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. मुख्यमंत्री जी, अच्छा होता कि यह बुलडोजर आप दंगाइयों और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में प्रयुक्त करते.'


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