जानें - महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख जेल से रिहा
फाइल फोटो


महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख बुधवार को एक मामले में जेल से रिहा हो गए हैं। शरद पवार ने कहा कि भविष्य में किसी को इस तरह की स्थिति का सामना ना करना पड़े, इसलिए वो पीएम मोदी और अमित शाह से मिलेंगे।

जांच एजेंसियों के जरिए सत्ता का दुरुपयोग- 
शरद पवार ने अनिल देशमुख और शिवसेना नेता संजय राउत की गिरफ्तारी को जांच एजेंसियों द्वारा सत्ता का दुरुपयोग बताया। अनिल देशमुख के जमानत पर रिहा होने के बाद पुणे में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "जांच एजेंसी का दुरुपयोग कैसे किया जा सकता है, इसका सबसे अच्छा उदाहरण अनिल देशमुख और  संजय राउत और कई सहकर्मियों की गिरफ्तारी है।

अदालत के आदेश पर विचार जरूरी-

उन्होंने आगे कहा, "अगर आज की सरकार में मौजूद लोगों में अच्छी समझ है तो अदालत के आदेश पर विचार करना उचित होगा। अदालत ने अपने आदेश में स्पष्ट रूप से कहा है कि अनिल देशमुख के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। आदेश में साफ तौर पर कहा है कि आरोप करीब 100 करोड़ रुपये के लगाए गए थे, लेकिन चार्जशीट में यह घटाकर एक करोड़ रुपये कर दिया गया।

आखिरकार अनिल देशमुख को न्याय मिला: शरद पवार-

शरद पवार ने कहा कि आखिरकार अनिल देशमुख को न्याय मिल गया। साफ है कि सत्ता का दुरुपयोग हुआ है और एक संस्कारी व्यक्ति को करीब 13 महीने तक जेल में रखा गया है। आज आखिरकार न्यायपालिका ने न्याय कर दिया है, लेकिन प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को उन लोगों के बारे में सोचना चाहिए जिन्होंने यह स्थिति पैदा की है।

Anil Deshmukh को ED ने किया था गिरफ्तार-

गौरतलब है कि अनिल देशमुख को मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नवंबर 2021 में गिरफ्तार किया था। बीते करीब एक साल से वे जेल में बंद थे। जेल से रिहाई के बाद देशमुख ने कहा कि मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप अफवाह पर आधारित हैं। मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है।

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