मोदी सरकार के 9 साल पूरे, नौकरी से महंगाई तक जाने इस दौरान क्या-क्या बदला?
मोदी सरकार


नई दिल्ली : आज 26 मई को मोदी सरकार को सत्ता संभालते हुए पूरे 9 साल हो गए हैं. इन नौ सालों में बहुत कुछ बदला है तो बहुत कुछ महंगा भी हुआ है. देश की जीडीपी दोगुनी हो गई है. आम आदमी की सालाना कमाई भी दोगुनी हो गई है. लेकिन महंगाई का कुछ नहीं वह और सातवें आसमान पर है. पेट्रोल-डीजल, गैस से लेकर आटा,दाल-चावल के अलावा ऐसी कई चीजें हैं जिनके दाम बेतहाशा बढ़े हैं. आइये देखते हैं कि इन 9 सालों में मोदी सरकार ने क्या कुछ नया किया है.

देश की अर्थव्यवस्था पर एक नजर
2014 से पहले भारत की जीडीपी 112 लाख करोड़ रुपये के करीब थी. लेकिन  पीएम मोदी के सत्ता में आने बाद इसमें बड़ा जबरदस्त इजाफा हुआ और आज भारत की जीडीपी 272 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है. यही नहीं भारत दुनिया की चवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है. प्रधानमंत्री मोदी ने 2025 तक भारत की जीडीपी 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का टारगेट रखा है. लेकिन तय समय से पहले ऐसा होना बहुत मुश्किल दिखाई दे रहा है.

आदमी की कमाई में हुआ इजाफा
मोदी सरकार में आम आदमी उम्मीद से फायदा हुआ है. जब मोदी सरकार नहीं थी तब आम आदमी की सालाना आय 80 हजार रुपये से भी कम थी जो आज बढ़कर 1.70 लाख रुपये से ज्यादा है. फिलहाल भारत में अब भी 80 करोड़ से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जिन्हें सरकार गरीब मानती है.

मोदी सरकार में नौकरियों में आई कमी
मोदी सरकार में नौकरियों के बारे में बात करें तो जब सत्ता में मोदी सरकार नहीं थी उससे पहले  43 करोड़ लोगों के पास रोजगार था. वहीं मोदी के सत्ता में आने के बाद करीब 41 करोड़ लोगों के पास रोजगार है. ये सभी आंकड़े निजी संस्था सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के हैं जो बेरोजगारी पर अपनी नजर बनाए रहते हैं.  2019 के चुनाव के बाद सरकार के ही एक सर्वे में  सामने आई थी  देश में बेरोजगारी दर 6.1% है. ये आंकड़ा 45 साल में सबसे ज्यादा था. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मोदी सरकार के आने से पहले देश में बेरोजगारी दर 3.4% थी, जो इस समय बढ़कर 8.1% हो गई है.

शिक्षा हुई बदहाल
भारत में शिक्षा का हाल बद से बदतर होता जा रहा है. मोदी सरकार में शिक्षा का बजट तो बढ़ा है, लेकिन ज्यादा नहीं. मोदी सरकार ने 9 साल में शिक्षा पर खर्च 30 हजार करोड़ रुपये बढ़ाये  है. मोदी के सत्ता में आने के बाद देश में स्कूल भी कम हो गए हैं. मोदी सरकार के आने से पहले देश में 15.18 लाख स्कूल थे, जो अब घटकर 14.89 लाख हो गए हैं.

स्वास्थ्य को लेकर सरकार का नजरिया बेहतर
मोदी सरकार में स्वास्थ्य बजट में करीब 140 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस साल स्वास्थ्य के लिए सरकार ने 89 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट रखा है. मोदी सरकार में डॉक्टरों की संख्या में 4 लाख से ज्यादा का इजाफा हुआ है. हाल ही में सरकार ने संसद में बताया था कि देश में 13 लाख से ज्यादा एलोपैथिक डॉक्टर्स हैं. इनके अलावा 5.65 लाख आयुर्वेदिक डॉक्टर्स भी हैं. इस हिसाब से हर 834 लोगों पर एक डॉक्टर है.

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