अखिलेश-जयंत की संयुक्त प्रेसवार्ता में अनुमति से ज्यादा जुटी भीड़, सपा जिला व महानगर अध्यक्ष पर एफआईआर दर्ज
सपा जिलाध्यक्ष राशिद मलिक एवं महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी के आवेदन पर अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए वेदांता फार्म में 150 लोगों की अनुमति दी गयी थी.


गाजियाबाद :  शनिवार को  सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद के अध्यक्ष जयन्त चौधरी की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनुमति से ज्यादा भीड़ मामले में सपा के जिलाध्यक्ष राशिद मालिक एवं महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी और दो हजार अज्ञात लोगों के विरुद्ध मसूरी थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. वहीं, पूर्व मुरादनगर विधानसभा के निर्वाचन अधिकारी ने दोनों को नोटिस जारी कर दो दिन के अंतराल में जवाब मांगा है. 


मसूरी थाने में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि सपा जिलाध्यक्ष राशिद मलिक एवं महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी के आवेदन पर अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए वेदांता फार्म में 150 लोगों की अनुमति दी गयी थी, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस स्थल पर डेढ़ सौ से अधिक लोग एकत्र हुए और कोरोना नियमावली का भी पालन नहीं किया गया जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. वहीं, निर्वाचन अधिकारी ने दोनों पदाधिकारियों को नोटिस जारी कर दो दिन के भीतर जवाब तलब किया है.

इसको लेकर सपा के महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी ने एक बयान जारी कर कहा है कि इस बाबत निर्वाचन अधिकारी ने हमें नोटिस जारी कर दो दिन का समय दिया है, तो प्रशासन ने एफआईआर दर्ज कर ली जोकि लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन विपक्ष की आवाज को दबाने की नीयत से ही एफआईआर दर्ज की है.

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