जिलाधिकारी कार्यालय के सामने गौरक्षक ने आत्मदाह का किया प्रयास
पुलिस ने आग बुझाकर अखिलेश अवस्थी को जिला अस्पताल में कराया भर्ती, कानपुर रेफर


उन्नाव : उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में विधानसभा चुनाव में वोट की खातिर सत्ता पक्ष के नेताओं ने जिला प्रशासन पर दबाव बनाकर बेजुबान गोवंश पशुओं पर अत्याचार करना शुरू कर दिया। प्रशासन पशुओं को वाहनों में ठूंस-ठूंस कर भरने के बाद गौशालाओं में छोड़ दिया। जहां खाने व पानी-पीने की व्यवस्था न होने पर भूख और प्यास से तड़प तड़प कर बेजुबान पशु मरने लगे, जिसे देख हनुमंत जीव आश्रय के संरक्षक एवं गौसेवक अखिलेश अवस्थी ने सांसद व विधायक पर गंभीर आरोप लगाते हुए मंगलवार को अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा लिया।

बता दें कि जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर गौ सेवक के आग लगाते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने आनन फानन आग बुझा कर उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गए जहां से उन्हें कानपुर रेफर कर दिया गया है।

जानकारी के अनुसार शहर के हनुमंत जीव आश्रय के संस्थापक अखिलेश अवस्थी भूखे प्यासे गोवंशीय पशुओं की देखभाल करने में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। गौ रक्षक अखिलेश अवस्थी ने सदर विधानसभा क्षेत्र के गौशालाओं में गोवंशीय पशुओं की भूखे प्यासे मरने को लेकर सांसद विधायक व जिला प्रशासन से लगातार कई दिनों से उनकी देखरेख व खाने पीने की व्यवस्था करने के लिए गुहार लगा रहे थे। 

उन्होंने सांसद विधायक व प्रशासन से गौशालाओं में बंद भूखे प्यासे गोवंशीय पशुओं की देखभाल न होने पर आत्मदाह करने की धमकी दे रहे थे। इसके बावजूद भी उनकी किसी ने एक भी नहीं सुनी। सांसद विधायक की उपेक्षा को लेकर गौ रक्षक अखिलेश अवस्थी ने आज जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। कलेक्ट्रेट के बाहर विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन के लिए सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों में गौ रक्षक को धू-धू कर जलता देख हड़कंप मच गया। 

पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने आनन-फनन आग बुझाकर उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गए। जहां से गौ सेवक अखिलेश अवस्थी को उपचार के लिए कानपुर रेफर कर दिया गया है। जिला अस्पताल में भर्ती होने के दौरान आत्मदाह करने का प्रयास करने वाले गौ सेवक अखिलेश अवस्थी ने कहा कि वह सदर विधानसभा क्षेत्र में रहते हैं। सदर विधानसभा क्षेत्र में गौशाला में आए दिन गोवंशीय पशुओं की भूख और प्यास से मौत हो रही है। 

उन्होंने कहा सांसद विधायक व जिला प्रशासन से लगातार गोवंशीय पशुओं को खाने पीने की व्यवस्था करने के लिए मांग कर रहे थे। लेकिन किसी ने उनकी एक भी नहीं सुनी। जिसको लेकर उन्होंने आत्मदाह करने का रास्ता चुना।

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