यूपी विधानसभा चुनाव में इस बार चार अखिलेश यादव मैदान में, लोगों को हुआ कन्फ्यूजन
अखिलेश यादव


लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव के नाम से इस बार चार उम्मीदवार मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. अखिलेश यादव नाम जो चार उम्मीदवार मैदान में है उनमे 2 तो समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि एक कांग्रेस और एक निर्दलीय मैदान में हैं.

गौरतलब है कि अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से उम्मीदवार थे और वहां चुनाव हो चुका है. अब 10 मार्च को अखिलेश यादव के भाग्य के फैसला होगा. अखिलेश यादव नाम के दूसरे उम्मीदवार आजमगढ़ जिले की मुबारकपुर विधान सभा सीट से हैं. वहीं, अयोध्या जिले की बीकापुर विधानसभा सीट के कांग्रेस उम्मीदवार का भी नाम अखिलेश यादव है. इसके अलावा संभल के गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र में एक निर्दलीय उम्मीदवार भी अखिलेश यादव है.

संपर्क करने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तीनों हमनामों ने को बताया कि उनके लिए ये नाम होना एक लाभ है. 7 फरवरी को समाजवादी पार्टी ने मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार अखिलेश यादव के नाम की घोषणा की तो कुछ लोगों को लगा कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव दो सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. चूंकि इसके पहले ही सपा प्रमुख के मैनपुरी के करहल से चुनाव लड़ने की घोषणा हो चुकी थी और आजमगढ़ उनका संसदीय निर्वाचन क्षेत्र है तो लोगों ने अनुमान लगाया कि हो सकता है कि वो दो सीटों से चुनाव लड़ें.

लेकिन पार्टी नेताओं ने स्थिति साफ कर दी और बताया कि मुबारकपुर से घोषित सपा उम्मीदवार अखिलेश यादव 2017 में भी विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और बीएसपी के शाह आलम से महज 688 वोटों से हारे थे.

मुबारकपुर से सपा उम्मीदवार अखिलेश यादव ने कहा, 'मुझे अपने निर्वाचन क्षेत्र, के लोगों का अच्छा समर्थन मिल रहा है, लोग मेरे प्रति सहानुभूति महसूस करते हैं, क्योंकि मैं इस सीट से 2017 का विधान सभा चुनाव बहुत ही कम अंतर से हार गया था. मुबारकपुर सपा प्रत्याशी के भाग्य का फैसला सातवें और अंतिम चरण में सात मार्च को होगा. 

अयोध्या जिले के बीकापुर विधा नसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार अखिलेश यादव ने से कहा, 'मैं 2016 में कांग्रेस में शामिल हुआ था और इससे पहले, मैं समाजवादी पार्टी के साथ था.' सपा को छोड़ने के कारण पूछने पर उन्होंने बताया, 'मुझे उचित सम्मान नहीं दिया गया.'

इसके अलावा गुन्नौर में निर्दलीय उम्मीदवार लखवेंद्र उर्फ अखिलेश यादव के क्षेत्र में मतदान हो चुका है. उन्होंने कहा कि हालांकि उनका जन्म के बाद नाम लखवेंद्र सिंह रखा गया लेकिन उनकी दादी उन्हें 'अखिलेश' कहकर पुकारा करती थीं और धीरे-धीरे दूसरे लोग भी उन्हें 'अखिलेश' कहने लगे. लखवेंद्र ने बताया, 'मेरे चाचा ने मेरा नाम लखवेंद्र सिंह रखा था लेकिन मेरी दादी और मेरी मां ने मुझे अखिलेश कहना शुरू कर दिया.'

लखवेंद्र के पिता राम खिलाड़ी सिंह गुन्‍नौर से सपा के उम्मीदवार हैं और लखवेंद्र को ‘डमी’ उम्मीदवार के तौर पर यहां नामांकन कराया गया. उन्‍होंने कहा कि उनके लिए अखिलेश यादव सब कुछ हैं और समाजवाद उनके खून में है. 10 मार्च को जब परिणाम आएगा तो ये देखना दिलचस्प होगा कि इनमें से कितने अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की विधान सभा में पहुंचते हैं.

(देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते है)


अधिक राज्य/उत्तर प्रदेश की खबरें

स्मृति ईरानी ने साधा कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना, कहा-सनातन व हिंदुत्व को कमजोर करने का किया काम

स्मृति ईरानी ने साधा कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना, कहा-सनातन व हिंदुत्व को कमजोर करने का किया काम ..

केंद्रीय मंत्री और अमेठी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने मंगलवार को आरोप लगाया ... ...