मुख्यमंत्री योगी का अखिलेश पर तंज, कहा- सदन में जमीनी धरातल की बात होती तो अच्छा होता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ


लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए सदन को संबोधित किया। उन्होंने सरकार के पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों तथा भावी कार्ययोजना पर प्रकाश डाला। सदन में अखिलेश यादव के बयान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निशाना साधते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष की कुछ बातों पर मुझे आश्चर्य हो रहा था। एक होता है व्यक्ति चुनावी सभाओं में बोलता है। मीठी-मीठी बातें करता है। लेकिन सदन में अगर जमीनी धरातल की बात होती तो बेहतर होता।


शायराना अंदाज में उन्होंने कहा कि "नजर नहीं है, नजारों की बात करते हैं, जमीं पर सितारों की बात करते हैं, वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले, भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं"। कहा कि अभिमान तब होता है जब आपको लगता है कि आपने कुछ किया है। और सम्मान तब होता है जब लोग कहें कि आपने कुछ किया है। इसके पूर्व उन्होंने राज्यपाल को 23 मई को समवेत सदन को संबोधित करने के लिए धन्यवाद दिया। इसके साथ ही विपक्ष के लोगों का चर्चा में शामिल होने तथा नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव को भी धन्यवाद दिया।

उत्तर प्रदेश एक नई राह पर हर फील्ड में आगे बढ़ रहा
उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश का कोई नागरिक कहीं जाता है तो सम्मान पाता है। उत्तर प्रदेश एक नई राह पर हर फील्ड में आगे बढ़ रहा है। हम अपने युवाओं को टैबलेट व स्मार्टफोन दिया है। शिवपाल जी ने भी अपने विधनसभा क्षेत्र में टैबलेट और स्मार्टफोन बांटा है। उनको भी धन्यवाद। 12 लाख युवाओं को हम दे चुके हैं। 02 करोड़ युवाओं को देने जा रहे हैं।

हमने पांच लाख सरकारी नौकरी दी, एक पर भी सवाल नहीं
हमने पांच लाख सरकारी नौकरी दी। एक पर भी सवाल नहीं। योग्यता के आधार पर पारदर्शी रीति से चयन हुआ। 01 लाख 61 हजार को निजी क्षेत्र में रोजगार मिला और 60 लाख युवा स्वरोजगार से जुड़े। 2017 के बाद किसी भर्ती में कोई कह नहीं सकता कि धांधली हुई।

37 वर्षों के बाद कोई सरकार फिर से आई
मुख्यमंत्री ने कहा सपा पर तंज कसते हुए कहा कि हम जीते तो ठीक, भाजपा जीते तो ईवीएम की गड़बड़ी यह कहना जनता का अपमान है। उत्तर प्रदेश बड़ी आबादी वाला राज्य है। हम ढिंढोरा पीटकर नहीं कहते कि हमने एक्सप्रेस—वे बना दिया, एयर कनेक्टिविटी दे दी। हर सरकार ने कुछ न कुछ प्रयास जरुर किया है। लेकिन आखिर हम क्यों जनता की अकांक्षाओं का प्रतीक नहीं बन रहे थे, आप लोगों को यह सोचना चाहिये।

पश्चिम बंगाल के चुनाव में 242 में से 142 सीटों पर हुई थी हिंसक घटनाएं
उप्र में चुनाव शंतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न होने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वेस्ट बंगाल से यहां चुनावों में एक दीदी आईं थी। जबकि उनके अपने राज्य में चुनाव के दौरान व्यापक हिंसा की घटनाएं हुई 242 में से 142 सीटो पर हिंसक घटनाएं घटी थी। 

साजिश के तहत पीएसी की 54 कम्पनियों का बंद किया
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था में कभी पीएसी की बड़ी भूमिका होती थी। लेकिन साजिश के तहत 54 कंपनियां को बंद कर दिया गया। क्या अगर पीएसी होती तो मुजफ्फरनगर बरेली में महीनों महीनों कफर्यू रहता? नहीं रहता। आखिर हमने इन्हें बहाल किया।


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