लखनऊ : उत्तर प्रदेश के दो जिले रामपुर और आजमगढ़ समाजवादी पार्टी के गढ़ रहे हैं. लेकिन लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी ने इन दोंनो सीटों पर अब अपना कब्ज़ा कर लिया है. बीजेपी की इस जीत के बाद सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा बिष्ट यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. अपर्णा बिष्ट यादव ने बीजेपी जीत पर खुशी जाहिर की है.
बता दें कि अपर्णा बिष्ट यादव ने ट्वीट कर कहा कि रामपुर एवं आजमगढ़ लोकसभा उप-चुनाव में भाजपा प्रत्याशी घनश्याम लोधी और दिनेश लाल यादव को ऐतिहासिक जीत दर्ज करने पर हार्दिक बधाई. इसके साथ ही उन्होंने लिखा जय भाजपा…तय भाजपा…विजयी भाजपा. गौरतलब है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो गयी थी.
बता दें कि अपर्णा बिष्ट यादव ने ट्वीट कर कहा कि रामपुर एवं आजमगढ़ लोकसभा उप-चुनाव में भाजपा प्रत्याशी घनश्याम लोधी और दिनेश लाल यादव को ऐतिहासिक जीत दर्ज करने पर हार्दिक बधाई. इसके साथ ही उन्होंने लिखा जय भाजपा…तय भाजपा…विजयी भाजपा. गौरतलब है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो गयी थी.
रामपुर एवं आजमगढ़ लोकसभा उप-चुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्री घनश्याम लोधी जी एवं श्री @nirahua1 जी को ऐतिहासिक जीत दर्ज करने पर हार्दिक बधाई।
— Aparna Bisht Yadav (@aparnabisht7) June 26, 2022
जय भाजपा...तय भाजपा...विजयी भाजपा |@BJP4India @narendramodi @BJP4UP @myogiadityanath
इससे पहले भाजपा में शामिल होने के समय उन्होंने कहा था कि वह राष्ट्र की सेवा के लिए पार्टी में शामिल हो रही हैं. वहीं रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में हार के पीछे समाजवादी मुखिया अखिलेश यादव की दूरी भी हार की असली वजह बताई जा रही है.
सपा की सीट पर भाजपा का कब्जा
आजमगढ़ लोकसभा सीट से अखिलेश यादव सांसद चुने गए थे. वह 2022 के विधानसभा चुनाव में विधायक का चुनाव जीत गए और उन्होंने इसके बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और यूपी की सियासत में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. इसी तरह रामपुर से लोकसभा चुनाव जीतने वाले आजम खान ने भी विधायक बनने के बाद लोकसभा की सदस्यता छोड़ दी. फिलहाल दोनों ही सीटों पर आज समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा.
आजमगढ़ लोकसभा सीट से अखिलेश यादव सांसद चुने गए थे. वह 2022 के विधानसभा चुनाव में विधायक का चुनाव जीत गए और उन्होंने इसके बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और यूपी की सियासत में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. इसी तरह रामपुर से लोकसभा चुनाव जीतने वाले आजम खान ने भी विधायक बनने के बाद लोकसभा की सदस्यता छोड़ दी. फिलहाल दोनों ही सीटों पर आज समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा.