नई दिल्ली : शरीर में हड्डियों का दर्द होने के पीछे कैल्शियम की कमी हो सकती है. इसकी कमी से आपको कई तरह की बिमारियों से लड़ना पद सकता है. ऐसे में कैल्शियम हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी है. ये खून के के थक्के जमने (ब्लड क्लॉटिंग) में भी मदद करता है. हरी सब्जियां, दही, बादाम और पनीर इसके रिच सोर्स हैं.
न होने दें कैल्शियम की कमी
कैल्शियम की कमी को हायपोकैल्शिमिया भी कहा जाता है. यह तब होता है, जब आपके शरीर को पूरी मात्रा में कैल्शियम नहीं मिलता. अच्छी सेहत के लिए कैल्शियम के महत्व के बारे में पता होना चाहिए.
क्यों होती है कैल्शियम की कमी?
भूखे रहने और कुपोषण, हार्मोन की गड़बड़ी, प्रिमैच्योर डिलीवरी और मैलएब्जरेब्शन की वजह से भी कैल्शियम की कमी हो सकती है. मैलएब्जरेब्शन उस स्थिति को कहते हैं, जब हमारा शरीर उचित खुराक लेने पर भी विटामिन और मिनरल को सोख नहीं पाता.
कैल्शियम की कमी से होने वाले 8 नुकसान
मसल क्रैम्प
शरीर में होमोग्लोबिन की पर्याप्त मात्रा रहने और पानी की उचित मात्रा लेने के बावजूद अगर आप नियमित रूप से मसल क्रैम्प (मांस में खिंचाव या ऐंठन) का सामना कर रहे हैं तो यह कैल्शियम की कमी का संकेत है.
लो बोन डेनस्टिी
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, कैल्शियम हड्डियों की मिनरलेजाइशन के लिए जरूरी होता है. कैल्शियम की कमी सीधे हमारी हड्डियों की सेहत पर असर करती है और ऑस्टियोपोरोसिस व फ्रैक्चर का खतरा बढ़ सकता है.
दांत में दर्द
हमारे शरीर का 90 प्रतिशत कैल्शियम दांतों और हड्डियों में जमा होता है उसकी कमी से दातों और हड्डियों का नुकसान हो सकता है.
एम्युनिटी में कमी
कैल्शियम शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखता है. कैल्शियम की कमी होने पर शरीर में पैथगॉन अटैक से जूझने की क्षमता कम हो जाती है.
धड़कन का बढ़ना
कैल्शियम दिल के बेहतर काम करने के लिए आवश्यक है और कमी होने पर हमारे दिल की धड़कन बढ़ सकती है और बेचैनी हो सकती है. कैल्शियम दिल को रक्त पम्प करने में मदद करता है.