नई दिल्ली : देशभर में हर कोरोना के नए मामले सामने आने के केंद्र सरकार हरकत में आ गई है. खतरे की घंटी की बीच केंद्र सरकार ने इससे बचाव लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों के सचिवों को पत्र लिखकर कहा है कि किसी भी राज्य में टेस्टिंग में कमी न करें. इसके अलावा 10 और 11 अप्रैल को सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को मॉक ड्रिल का निर्देश भी दिया गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले तेजी सामने आ रहे हैं. जिसे लेकर सरकार गंभीर हैं. गौरतलब है कि भारत में 100 दिन बाद कोरोना के 1500 से ज्यादा कोरोना के नए मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव और आईसीएमआर के निदेशक राजीव बहल ने सभी राज्यों को कोरोना के बढ़ते मामलों पर वॉर्निंग देते हुए चिट्ठी लिखी है और सभी अस्पतालों को 10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल करने के लिए कहा गया है.
बता दें की कोरोना की आहट के बीच हर जिले के निजी और सरकारी अस्पतालों को बेड्स, दवाओं, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर समेत अन्य जरूरी समानों के इंतजाम चेक करने के लिए मॉक ड्रिल के निर्देश दिए गए हैं. 27 मार्च को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय शाम 4 बजे राज्यों के साथ कोरोना को लेकर मीटिंग करेगा.
कोरोना की टेस्टिंग कम करने की शिकायत
कुछ राज्यों में कोरोना की टेस्टिंग कम कर दी गई है, जिसे लेकर शिकायतें मिल रही हैं. WHO स्टैंडर्ड के हिसाब से प्रति दस लाख पर 140 टेस्ट कम से कम किए जाएं. सरकार ने आंकड़ों के हवाले से सावधान करते हुए कहा है कि फरवरी 2023 के बाद से कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं.केरल से कुल कोविड केस के 26.4%, महाराष्ट्र से 21.7%, गुजरात से 13.9%, कर्नाटक से 8.6% और तमिलनाडु से 6.3% केस रिपोर्ट हो रहे हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े?
पिछले 24 घंटे भारत में 1590 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद एक्टिव केस की संख्या 8061 हो गई है. कोरोना संक्रमण की वजह से 6 लोगों की मौत हुई है. जबकि 910 कोरोना के मरीज ठीक हुए हैं. देश में कोरोना रिकवरी रेट 98.79 परसेंट हैं जबकि डेली पॉजिटिविटी रेट 1.33 पहुच गई है.