भारतीय खानपान में लंच और डिनर के बाद कुछ न कुछ मीठा खाने की परंपरा को पढ़े जरूर
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 जैसे कई कई घरों में तो बिना डेजर्ट के खाना ही अधूरा है। अगर आप भी पाचन को दुरुस्त रखने के लिए इस रूल को फॉलो करते हैं। 

भोजन के बाद मिठाई खाने से क्या नुकसान होते हैं

पाचन एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें भोजन को पोषक तत्वों में तोड़ा जाता है, जिसे शरीर द्वारा अवशोषित और उपयोग किया जाता है। लेकिन भोजन के बाद किसी भी तरह का मीठा खाना पाचन की प्रक्रिया को आसान बना देता है ऐसा बिल्कुल भी नहीं। आइसक्रीम, गुलाब जामुन, हलवा, जलेबी, जो बहुत ही मीठी और कैलोरी से भरपूर होती हैं। ज्यादा मात्रा में इन्हें खाने से एसिडिटी और मोटापा बढ़ने की समस्या हो सकती है। ऐसे खाने में अक्सर बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्वों की कमी होती है, जो पाचन को दुरुस्त रखने के लिए जरूरी माने जाते हैं। इसके अलावा, ज्यादा मात्रा में चीनी का सेवन आंत के बैक्टीरिया में असंतुलन पैदा कर सकता है, जिससे गैस, पेट फूलना और दस्त जैसी पाचन संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। 

नेचुरल शुगर से बनी चीज़ें हैं हर तरह से फायदेमंद 

भोजन के बाद मिठाई पर निर्भर रहने के बजाय, हेल्थ विशेषज्ञ आमतौर पर एक संतुलित आहार की सलाह देते हैं जिसमें विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल हों, जैसे कि फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट। मीठे या डेजर्ट में गर्मियों के दौरान फल और सर्दियों में ड्राई फ्रूट लिए जा सकते हैं। जो नेचुरल शुगर के स्रोत होते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थ हर तरह से शरीर को फायदा पहुंचाते हैं।

अगर आप खाने के बाद हेल्दी स्वीट्स लेते हैं, तो इससे किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता बल्कि शरीर को फायदे ही फायदे मिलते हैं। मीठा खाने से सेरोटोनिन नाम के हार्मोन का लेवल बढ़ता है। जिससे खाने के बाद खुशी का एहसास होता है।

इस बात को जान लें कि वाइट शुगर से बनी चीजों का सेवन सेहत के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है। इसके बजाय आप ब्राउन शुगर से बनी चीजों का सेवन करें। गुड़ खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद ऑप्शन है। 


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