कानपुर : बरौनी हमसफर एक्सप्रेस में छेड़खानी के आरोपी रेलवे कर्मचारी प्रशांत की पीट-पीटकर मौत हो गई थी. अब मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है. रिपोर्ट में मृतक प्रशांत प्रशांत के शरीर की 31 टूटी पाई गई है. मामला मंगलवार रात है जब 11 साल की बच्ची ने कर्मचारी पर बैड टच का आरोप लगाया. इससे गुस्साए बच्ची के परिजनों और डिब्बे के यात्रियों ने इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई.
पिटाई से टूट गई थी 31 हड्डियां
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रेलवे कर्मचारी की पिटाई से शरीर की 31 हड्डियां और 9 पसलियां टूट गई थी. डिब्बे में घसीटने की वजह से चार जगह से उसकी चमड़ी उधड़ गई थी. गुरुवार को मृतक आरोपी रेलवे कर्मचारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कानपुर जीआरपी थाने के इंचार्ज ओम नारायण सिंह ने बताया कि बरौनी से चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस से एक परिवार N-1 कोच में यात्रा कर रहा था. उसी डिब्बे में रेलवे कर्मचारी प्रशांत भी फर्श पर लेटा हुआ था.
लखनऊ से पहले प्रशांत ने अपनी मां के साथ फोन पर बात भी की थी. इसी दौरान एक 11 साल की नाबालिग बच्ची ने अपने साथ कई बार छेड़खानी का आरोप लगाया था. बच्ची ने कहा था कि अंकल बार-बार उसका पैर खींच रहे थे और उसके नाजुक अंगों से अश्लीलता कर रहे थे. वहीं लखनऊ से जब ट्रेन कानपुर की तरफ चली तो बच्ची ने मां से कहा कि मुझे टॉयलेट जाना है. टॉयलेट में बच्ची ने मां को रोकर प्रशांत की पूरी करतूत बताई.
इसके बाद मां ने पूरे डिब्बे में लोगों को उसकी करतूत बता दी. इससे गुस्साए लोग प्रशांत पर टूट पड़े. डिब्बे में जो जहां था सुनते ही उसके पास पहुंच गए और प्रशांत को पीटना शुरू कर दिया. इस दौरान उसको मारते हुए लोग कानपुर सेंट्रल तक आए और रात 2:30 बजे के करीब बच्ची के परिजनों ने ही प्रशांत को जीआरपी कानपुर को सौंपा था. इसके बाद उनकी शिकायत पर सरमस्तपुर चंदन पट्टी मुजफ्फरपुर बिहार के रहने वाले प्रशांत पुत्र अरुण कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रेलवे कर्मचारी की पिटाई से शरीर की 31 हड्डियां और 9 पसलियां टूट गई थी. डिब्बे में घसीटने की वजह से चार जगह से उसकी चमड़ी उधड़ गई थी. गुरुवार को मृतक आरोपी रेलवे कर्मचारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कानपुर जीआरपी थाने के इंचार्ज ओम नारायण सिंह ने बताया कि बरौनी से चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस से एक परिवार N-1 कोच में यात्रा कर रहा था. उसी डिब्बे में रेलवे कर्मचारी प्रशांत भी फर्श पर लेटा हुआ था.
लखनऊ से पहले प्रशांत ने अपनी मां के साथ फोन पर बात भी की थी. इसी दौरान एक 11 साल की नाबालिग बच्ची ने अपने साथ कई बार छेड़खानी का आरोप लगाया था. बच्ची ने कहा था कि अंकल बार-बार उसका पैर खींच रहे थे और उसके नाजुक अंगों से अश्लीलता कर रहे थे. वहीं लखनऊ से जब ट्रेन कानपुर की तरफ चली तो बच्ची ने मां से कहा कि मुझे टॉयलेट जाना है. टॉयलेट में बच्ची ने मां को रोकर प्रशांत की पूरी करतूत बताई.
इसके बाद मां ने पूरे डिब्बे में लोगों को उसकी करतूत बता दी. इससे गुस्साए लोग प्रशांत पर टूट पड़े. डिब्बे में जो जहां था सुनते ही उसके पास पहुंच गए और प्रशांत को पीटना शुरू कर दिया. इस दौरान उसको मारते हुए लोग कानपुर सेंट्रल तक आए और रात 2:30 बजे के करीब बच्ची के परिजनों ने ही प्रशांत को जीआरपी कानपुर को सौंपा था. इसके बाद उनकी शिकायत पर सरमस्तपुर चंदन पट्टी मुजफ्फरपुर बिहार के रहने वाले प्रशांत पुत्र अरुण कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.