भारत और बांग्लादेश के बीच घाटे पर व्यापार, लेकिन संबंधों हुए और मजबूत
File Photo


ढाका : भारत-बांग्लादेश के बीच बड़े व्यापारिक घाटे के बावजूद संबंध प्रगाढ़ हुए हैं। इसकी वजह बेहद खास है। विशेषज्ञों ने इस बारे में बताया। प्याज, दूध और डेयरी उत्पाद उन खाद्य उत्पादों में शामिल हैं, जो भारत से बांग्लादेश आते हैं। सूरजमुखी और सोयाबीन तेल, चीनी, शहद, शीतल पेय, चिप्स, बिस्कुट, चॉकलेट और कैंडी सहित खाद्य तेल भी भारत से बांग्लादेश आते हैं।

बांग्लादेश को अपनी वार्षिक प्याज की मांग का 40 प्रतिशत आयात करना पड़ता है, जिसमें से 95 प्रतिशत अकेले भारत से आता है। साथ ही सीमेंट (क्लिंकर) फ्लाई ऐश बनाने के लिए कच्चा माल, दवाइयां बनाने के लिए कच्चा माल, पोल्ट्री फीड बनाने के लिए कच्चा माल, पशु चारा बनाने के लिए कच्चा माल सहित कई कच्चे माल का आयात किया जाता है।

11 जनवरी, 2023 को बांग्लादेश संसद के एक सदस्य द्वारा राष्ट्रीय संसद में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-23 में भारत और चीन के साथ तीन हजार 960.94 मिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार घाटा है। इनमें चीन के साथ बांग्लादेश का व्यापार घाटा 17 हजार 82.56 करोड़ डॉलर है।

बांग्लादेश चीन से 18 हजार 509 मिलियन अमेरिकी डॉलर का सामान आयात करता है। भारत के साथ बांग्लादेश का व्यापार घाटा 11 हजार 697.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर है। 13 हजार 689.30 मिलियन डॉलर के आयात के मुकाबले भारत ने एक हजार 991.39 मिलियन डॉलर का निर्यात किया।


(देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते है)


अधिक विदेश की खबरें