सीतापुर : थाना क्षेत्र रेउसा के खरौंहा गांव में बृहस्पतिवार को सुबह उस समय हड़कंप मच गया जिस समय रामचंद्र के दरवाजे पर खून से सनी लाश देखी। ग्रामीण जब करीब पहुंचे तो देखा शव मुंशी उर्फ रामचंद्र पुत्र हौसला प्रसाद उम्र तीस वर्ष का था। मुंशी की हत्या गला रेत कर हुई होगी ऐसा शव को देखने से लग रहा था। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल कर शव को कब्जे में लेकर पीएम हेतु जिला मुख्यालय भेज दिया। क्षेत्र में हुई दिल दहला देने वाली इस निर्मम हत्या से हड़कंप मच गया।
रेउसा थाना क्षेत्र के खरौहां गांव निवासी मुंशी उर्फ रामचंदर उम्र करीब 32 वर्ष पुत्र हौसला प्रसाद विश्वकर्मा बुधवार की रात को भोजन कर अपने घर के आंगन में सोया हुआ था। जिसकी बुधवार की रात में धारदार हथियार से गला रेतकर निर्मम हत्या कर घटना को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए। पड़ोसियों द्वारा मृतक के घर में काफी खून देख घर में पहुंचे तो देखा घर के आंगन में खून से लथपथ युवक का गला कटा शव बिस्तर के पास में कुछ ही दूरी पर पड़ा देखा गया। शव देख क्षेत्र में सनसनी फैल गयी और घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी।
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो जमीन को लेकर करीब दस वर्ष पूर्व मृतक के पिता हौसला प्रसाद विश्वकर्मा की भी घर में गला दबाकर हत्या हुई थी। जिसके शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम भी कराया था। लेकिन पुलिस द्वारा हौसला प्रसाद के हत्या का खुलासा आज तक नहीं कर पाई। जिसके बाद दूसरी घटना बुधवार की रात में हौसला प्रसाद के बेटे मुंशी उर्फ रामचंद्र की धारदार गला रेतकर हत्या कर दी गयी। जिसका शव गुरुवार को घर के आंगन में पड़ा मिला। यदि मृतक मुंशी उर्फ रामचंद्र के पिता हौसला प्रसाद के हत्या का खुलासा पुलिस करती तो शायद दूसरी घटना घटित न होती।
साथ ही मृतक युवक के चाचा राम मनोहर ग्राम इटौरी के द्वारा दी गई तहरीर में दर्शाया है कि मृतक की चार वर्ष पूर्व शादी महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के लखनीपुर गांव मोहनी देवी से हुई थी। मृतक युवक मुंशी और उसकी पत्नी दोनों लोग घर में रहते थे। पति मुंशी और पत्नी मोहनी से दो तीन दिन पहले किसी मामूली बात को लेकर विवाद हो गया। जिससे गुस्से में आकर पति ने पत्नी की पिटाई कर दी। जिससे गुस्सा होकर पत्नी अपने भाई के साथ मायके चली गयी। गुरुवार की सुबह पति का शव खून से लथपथ घर के आंगन में पड़ा मिला।
घटना की जानकारी के बाद भी पत्नी का न पहुंचना भी एक पहेली बना हुआ है कि चाहे जितना विवाद हो लेकिन पति के मरने की खबर पाकर पत्नी सहित मायके वालों को घटनास्थल पर पहुंचना चाहिए था। जन चर्चा के अनुसार मृतक मुंशी का गांव में किसी से किसी प्रकार की कोई दुश्मनी भी नहीं थी। मृतक अपने पिता की इकलौती संतान था। मृतक मुंशी के कोई संतान नहीं है। रेउसा थाना प्रभारी संतोष कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शव का पंचनामा भरकर पीएम हेतु जिला मुख्यालय भेज दिया गया है। वहीं मृतक युवक के परिवार के इटौरी गांव निवासी राम मनोहर के द्वारा तहरीर दी गयी है। जांच पड़ताल की जा रही है।