नई दिल्ली : चीन को अपना सगा समझने वाले पाकिस्तान को एक बड़ा झटका लगा है. दरअसल अफगानिस्तान में जिस तालिबानी सरकार से पाकिस्तान नाराज चल रहा है, उसे बीजिंग ने अपने यहां राजनयिक रखने की मान्यता दे दी है. यही नहीं दुनिया में ऐसा करने वाला चीन पहला देश बन गया है. इससे पहले किसी भी देश ने तालिबानी सरकार को आधिकारिक मान्यता नहीं दी है.
'2021 में अफगानिस्तान में छिड़ा था युद्ध'
अफगानिस्तान अगस्त 2021 में युद्ध की चपेट में आया था. वहीं अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान पर हमला कर उस पर नियंत्रण कर लिया था. चीन ने पाकिस्तान और रूस के साथ काबुल (अफगानिस्तान) में अपना दूतावास बनाए रखा.
'महिलाओं के साथ व्यवहार पर तालिबान की निंदा'
उस समय विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों के साथ गलत व्यवहार पर तालिबानी प्रशासन की वैश्विक रूप से आलोचना हुई थी. अफगानिस्तान में महिलाओं को शैक्षणिक संस्थानों से हटा दिया था. तब भी बीजिंग ने तालिबान के अंतरिम प्रशासन के साथ निकट संपर्क बनाए रखा था. हालांकि, आधिकारिक मान्यता रोक दी थी.