इजरायल ने ईरान को दी खुली धमकी, कहा-अब तेल अवीव और हाइफा समेत कई इलाकों में मचाएंगे तबाही
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नई दिल्ली : तेहरान में हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत से ईरान तिलमिलाया हुआ है. हमले के बाद से ही ईरान लगातार चेतावनी दे रहा है. एक मीडिया संस्थान ने अपने लेख में कहा है कि इस बार इजरायल के भीतरी क्षेत्र को टार्गेट किया जाएगा. लेख में कहा गया है कि पहले के हमले के उलट इस बार बड़ा टार्गेट होगा और तेल अवीव और हाइफा जैसे शहरों को निशाना बनाया जाएगा.
 
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई द्वारा प्रबंधित अखबार काहान के लेख में कहा गया है कि पिछली बार ऑपरेशन में ईरान ने सिर्फ कुछ ठिकानों को निशाना बनाया गया था, आगामी अभियान इजरायल के अंदरूनी इलाकों जैसे तेल अवीव और हाइफा, रणनीतिक केंद्रों और हनिया की हत्या में शामिल इजरायली अधिकारियों के घरों को निशाना बनाएगा. लेख में कहा गया है कि इस बार का हमला बड़ा, खतरनाक होगा, जिसे इंटरसेप्ट करना भी मुश्किल होगा.

मिडिल ईस्ट में अमेरिका कर रहा हथियारों की तैनाती
पिछले हफ्ते मिडिल ईस्ट में क्षेत्रीय तनाव बढ़ने के बाद पेंटागन ने शुक्रवार को ऐलान किया कि अमेरिका मध्य पूर्व में एक अतिरिक्त लड़ाकू स्क्वाड्रन तैनात कर रहा है. साथ ही ऐलान किया गया है कि इजराइल की रक्षा और अमेरिकी सेना की सुरक्षा में मदद के लिए अतिरिक्त क्रूजर और विध्वंसक जहाज की भी तैनाती किया जाएगा. पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि यूएसएस अब्राहम लिंकन विमानवाहक पोत मध्य पूर्व में यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट की जगह लेगा.

हिज्बुल्लाह ने भी दी है अटैक की चेतावनी
यूएन में ईरान के स्थायी मिशन ने चेतावनी दी है कि मंगलवार को लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के एक टॉप कमांडर फुआद शुक्र की हत्या के जवाब में समूह इजरायल के अंदर "और बड़े और गहरे" नागरिक और सैन्य ठिकानों पर हमला कर सकता है. यह अभी स्पष्ट नहीं है कि क्या हिजबुल्लाह फिर से ईरान और उसके क्षेत्रीय सहयोगियों द्वारा इजरायल पर एक साथ किए जाने वाले जवाबी हमले का हिस्सा होगा, या फिर वह अपना अलग हमला करेगा.

कितना ताकतवर है हिज्बुल्लाह?
माना जाता है कि हिजबुल्लाह के पास 150,000 मिसाइलों और रॉकेटों का भंडार है, जिनमें से कुछ लंबी दूरी तक मार करने वाली हैं. मसलन, अगर इतनी बड़ी संख्या में मिसाइलें छोड़ी जाती हैं तो इजरायल के आयरन डोम के लिए इसे इंटरसेप्ट करना मुश्किल हो जाएगा. लंबी दूरी की मिसाइलें इजरायल के अंदर ठिकानों को निशाना बनाने में कारगर है. इजरायली सेना, जो कि फिलहाल गाजा में है, ने दक्षिण और उत्तर में एक साथ दो मोर्चे पर जंग लड़ने में सक्षम नहीं होगी.


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