डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ कंपनीज का लखनऊ सुपर जायंट्स के साथ जुड़ने का ऐलान
डार्विन ग्रुप ने लखनऊ की टीम को क्यों चुना, इस बारे में डीपीजीसी समूह के अध्यक्ष अजय हरिनाथ सिंह ने कहा, डार्विन प्लेटफॉर्म का विज़न हमेशा सपनों को वास्तविकता में बदलने का रहा है।


लखनऊ : आरपीएसजी के स्वामित्व वाली फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स ने आज 26 मार्च से 29 मई 2022 तक होने वाली टी20 कॉम्पिटिशन के 15वें एडिशन के लिए डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ कंपनीज (डीपीजीसी) के साथ एसोसिएट पार्टनर के रूप में जुड़ने की घोषणा की। एक प्रमुख भारतीय वैश्विक व्यापार समूह डार्विन प्लेटफ़ॉर्म ग्रुप का ब्रांड लोगो लखनऊ सुपर जायंट्स टीम की जर्सी के पीछे दिखाई देगा। 

समूह के संस्थापक और अध्यक्ष अजय हरिनाथ सिंह के मार्गदर्शन में पिछले कुछ सालों में डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ कंपनीज ने इंफ्रास्ट्रक्चर, बैंकिंग, फार्मास्यूटिकल्स, फाइनेंस, खनन, सूचना और प्रौद्योगिकी,  स्वास्थ्य देखभाल और विमानन जैसे तेज़ी से विकसित होने वाले क्षेत्रों में भौगोलिक सीमाओं के पार अपने व्यवसाय का विस्तार करते हुए समूह को एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में बदल दिया है।

डार्विन ग्रुप ने लखनऊ की टीम को क्यों चुना, इस बारे में डीपीजीसी समूह के अध्यक्ष अजय हरिनाथ सिंह ने कहा, “डार्विन प्लेटफॉर्म का विज़न हमेशा सपनों को वास्तविकता में बदलने का रहा है। सबसे ज्यादा देखे जाने वाले खेल आयोजनों में से एक के साथ अपने नाम को जोड़ना हमारे लिए ख़ुशी की बात है। भारत में लोग क्रिकेट और हॉकी जैसे खेलों का जश्न मनाते हैं। हमारी टीम के प्रमुख स्पांसर होने पर गर्व है। केएल राहुल, कुणाल पांड्या, जेसन होल्डर और अन्य खिलाड़ियों के साथ, हम दोनों का लक्ष्य चैंपियन बनने का हैं।”

लखनऊ सुपर जायंट्स के सीईओ रघु अय्यर ने कहा, “हम आगामी सीजन के लिए डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ कंपनीज जैसे बड़े और विविध समूह के साथ जुड़ कर बहुत खुश हैं। हम अपनी नई फ्रैंचाइज़ी में उनके विश्वास के लिए आभारी हैं और विश्वास करते हैं कि यह दोनों ब्रांडों के लिए एक पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग होगा। 

डीपीजीसी के बारे में,
1996 में स्थापित, DPGC की कुल संपत्ति 8.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर है और इसकी 29 सहयोगी कंपनियां हैं। वर्षों से, अजय हरिनाथ सिंह के नेतृत्व में समूह ने अपनी अन्य सहयोगी कंपनियों के साथ कई क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है जिसमें डार्विन प्लेटफॉर्म इंडस्ट्रीज, डार्विन प्लेटफॉर्म रिफाइनरीज और डार्विन प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं। इनके अलावा, समूह अपनी सहायक कंपनियों और सहयोगी कंपनियों के माध्यम से बैंकिंग, बीमा, स्वास्थ्य सेवा, रक्षा, रियल्टी, ऊर्जा, मास मीडिया और आईटी क्षेत्रों में भी काम करता है। समूह का लक्ष्य प्रत्येक राज्य (कुल 28) और केंद्र शासित प्रदेशों जैसे दिल्ली और चंडीगढ़ में 4 मिलियन नौकरियों या आय सृजन के अवसर प्रदान करना है। डार्विन ग्रुप ऑफ कंपनीज़ का मुख्य उद्देश्य 'अखंड भारत आत्मनिर्भर योजना' है जिसके लिये वो सदैव कार्यरत है।

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