उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में गैंगरेप और हत्या मामले में शुक्रवार को जब सीबीआई ने चार्जशीट दायर की तो पीड़िता की भाभी सिसकते हुए बोलीं कि, उनकी ननद का अंतिम बयान व्यर्थ नहीं गया. बताया जा रहा है कि सीबीआई ने सभी चारों आरोपियों संदीप, रवि, रामू और लव-कुश के खिलाफ आरोपपत्र दायर किए हैं. जांच एजेंसी ने इन आरोपियों के खिलाफ हत्या, रेप, गैंगरेप, एससी/एसटी एक्ट सहित तमाम धाराओं में चार्जशीट दायर की है.
गैंगरेप पीड़िता ने 22 सितंबर को अपनी मौत से पहले बयान में बताया था कि उनके साथ रेप हुआ जो सीबीआई की दो हजार पेज के चार्जशीट का प्राथमिक आधार बना.
वहीं पीड़िता की मां घर के बरामदे के कोने में रोती हुई दिखीं. उनके घर के बाहर लगे टेंट में CRPF के कम से कम 80 जवान तैनात दिखे. पीड़िता का परिवार कथित उच्च जातियों के गांव में अकेला दलित परिवार है. रोती हुई मां कहती हैं, 'मैंने सपना देखा कि वह चारपाई पर बैठकर चाय पी रही है. वह अब भी मेरे सपने में आती है. हमें अब भी विश्वास नहीं होता है कि वह अब दुनिया में नहीं है.'
भाभी बोलीं, 'हम यह कहते रहे कि लड़कों ने उसकी इज्जत लूटी जबकि यूपी पुलिस ने हमें पहले दिन से परेशान किया. हम अपने रीति-रिवाजों में अविवाहित लड़की का अंतिम संस्कार नहीं करते हैं, हम उसे दफनाते हैं.'