73 वें गणतंत्र दिवस पर सीएम योगी ने फहराया तिरंगा, स्वतंत्रता और लोकतंत्र सेनानियों को किया नमन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ


लखनऊ : 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 5 कालिदास मार्ग स्थित आवास पर तिरंगा फहराया. वहीं,  राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विधानभवन के समक्ष आयोजित परेड की सलामी ली. विधान भवन के समक्ष आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के मंत्री  व कई अफसर समेत आम नागरिक मौजूद रहे. परेड में सीएमस समेत कई स्कूलों और विभागों की झांकियों ने लोगों का मन मोह लिया.

तिरंगा फहराने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि, हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था. किसी भी राष्ट्र के लिए अपनी व्यवस्था को संचालित करने के लिए अपना एक संविधान बनाना आवश्यक होता है. भारत के उस समय के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने मिलकर के एक संविधान सभा का गठन किया था. जिसके बाद 26 जनवरी 1950 को देश ने अपना संविधान लागू किया.

योगी ने कहा कि भारत का संविधान कई मायने में बहुत महत्वपूर्ण है। जहां भारत के प्रत्येक नागरिक के मौलिक अधिकारों की रक्षा का प्रावधान संविधान में किया गया है, वहीं प्रत्येक नागरिक के मौलिक कर्तव्यों का भी उल्लेख संविधान में है. अधिकार और कर्तव्य के बीच का यह समन्वय ही भारत के संविधान को दुनिया के अन्य संविधानों की तुलना में विशेष स्थान रखता है.


आपको बता दें कि बहुत सारी चीजें ऐसी हैं जो भारत के संविधान ने दुनिया के सामने अपनी विशेषता और विशिष्टता की छाप छोड़ी है. खासतौर पर आधी आबादी को देश के पहले आम चुनाव से ही मतदान का अधिकार मिला. आधुनिक लोकतंत्र की डींग हांकने वाले ब्रिटेन में यह अधिकार बहुत बाद में मिला है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस अवसर पर देश के सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश ने पिछले पांच वर्षों में विकास, समृद्धि और सुशासन की एक लंबी यात्रा तय की है. हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए देश के अंदर उत्तर प्रदेश एक नई नजीर प्रस्तुत कर रहा है. आपको बताते चलें कि मुख्यमंत्री आवास पर ध्वज फहराने के अवसर पर राज्य सरकार के कई मंत्री और अफसर भी मौजूद रहे.

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