लेवाना होटल में लगी आग, 4 लोगों की मौत, सीएम योगी और पाठक पहुंचे सिविल अस्पताल
सिविल अस्पताल में पीड़ितों से मिलते सीएम योगी आदित्यनाथ


लखनऊ : राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित लेवाना होटल में सोमवार सुबह साढ़े सात बजे आग लगने से हड़कंप मच गया. इस अग्निकांड में 4 लोगों की मौत हो गई है जबकि डेढ़ दर्जन  लोग आग से झुलस गए हैं. अग्निकांड में झुलसे सभी लोगों का इलाज सिविल हॉस्पिटल में चल रहा है. हादसे की जानकारी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सिविल अस्पताल पहुंचे और आग में झुलसे मरीजों से हाल चाल जाना.

बता दें कि सीएम योगी के बाद उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी सिविल अस्पताल पहुंचे. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस अग्निकांड की उच्चस्तरीय जांच होगी, जो भी दोषी होगा बख्शा नहीं जाएगा. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को बेहतर इलाज मुहैया कराये जाने के निर्देश दिए हैं.

 घटना की जानकारी पर 15 से अधिक दमकल की गाड़ियां और कर्मचारी पहुंचकर राहत बचाव कार्य में जुट गए. फायर कर्मचारी और पुलिस ने होटल का शीशा तोड़कर सीढ़ियों की मदद से बाहर निकाला. झुलसे लोगों अंश कौसिक, कामिनी, मोना, राजकुमार, आनंद उपाध्याय, श्रवण और फायर कर्मी प्रदीप का इलाज चल रहा है.

होटल में ठहरे अंश कौशिक के मुताबिक, होटल में सुबह आठ बजे के दरमियान आग लगी, जब वे सो रहे थे. अचानक जब चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनी तो उनकी नींद खुल गई. बाहर देखा तो ही धुंआ ही धुंआ था. थोड़ी देर में धूआ उनके कमरे भी पहुंचा तो उनका भी दम घुटने लगा. अस्पताल के सीएमएस आरपी सिंह के मुताबिक होटल में हुई घटना में झुलसे लोगों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है. इस घटना में दम घुटने से दो लोगों की मौत हुई है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जताया शोक
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लेवाना होटल में लगी आग पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर यह जानकारी दी कि लखनऊ के एक होटल में आग लगने की दुखद घटना की मुझे जानकारी प्राप्त हुई। स्थानीय प्रशासन से मैंने स्थिति की जानकारी ली है। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य जारी है। मेरा कार्यालय लगातार स्थानीय प्रशासन के सम्पर्क में है। मैं घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से कामना करता हूं।

होटल में नहीं था इमरजेंसी एग्जिट
आग लगने के मामले में लेवाना होटल के मालिक राहुल और रोहित अग्रवाल की सामने आई है कि होटल को मानकों के विपरीत बनाया गया है. इसमें इमरजेंसी एग्जिट की व्यवस्था नहीं थी. ऋतु सुहास के कार्यकाल में होटल को नोटिस दिया गया था, लेकिन यह कार्रवाई भी ठंडे बस्ते में चली गई.

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