शरद यादव का 75 साल की उम्र निधन, गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में ली अंतिम सांस
शरद यादव


नई दिल्ली :  JDU के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री नेता शरद यादव का निधन हो गया है. गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में 75 वर्षीय शरद यादव ने अंतिम सांस ली. शरद के निधन के बारे में बेटी ने खुद जानकारी दी है.  बताया जा रहा कि शरद यादव काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे.

बता दें कि बिहार की राजनीति में शरद यादव काफी सक्रिय थे. उन्होंने राज्य में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. आज जमीनी नेता के यूं अचानक चले जाने से सभी लोगों हैरानी में डाल दिया है.  उनकी समाजवाद वाली राजनीति ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया था. लेकिन अब उस महान नेता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है.

शरद की बेटी सुभाषिनी ने ट्विटर के माध्यम से उनके निधन के बारे में जानकारी देते हुए शोक व्यक्त किया है. उन्होंने लिखा है कि पापा नहीं रहे. इस महान नेता ने अपने कई दशक की राजनीति में काफी कुछ देखा है. बिहार में लालू राज के चश्मदीद रहे थे, जेडीयू को जमीन पर मजबूत किया था और कई अहम राजनीतिक घटनाओं में एक सक्रिय भूमिका निभाने वाले रहे.

शारद यादव के करियर पर एक नजर
शरद यादव 2003 में जनता दल बनने के बाद से लंबे समय तक पार्टी के अध्यक्ष रहे. वह सात बार लोकसभा सांसद भी रहे. हालांकि पिछले कुछ वक्त से वह सक्रिय राजनीति में नजर नहीं आ रहे थे. इसके पीछे की वजह उनका बिगड़ता स्वस्थ्य एक मुख्य कारण  है. शरद यादव ने बिहार के मधेपुरा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से चार बार लोक सभा का प्रतिनिधित्व किया. दो बार वह मध्यप्रदेश के जबलपुर से सांसद चुने गए. एक बार उत्तर प्रदेश के बदायूं से लोकसभा पहुंचे. शरद यादव शायद भारत के पहले ऐसे राजनेता थे जो तीन राज्यों मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार से लोकसभा के लिए चुने गए थे. शरद यादव भारतीय राजनीति के पुरोधा माने जाते हैं. वह इमरजेंसी के दौरान जेल भी गए थे.


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