नगर निकाय चुनाव : पहले चरण के चुनाव प्रचार पर विराम लग जाएगा कल
फाइल फोटो


लखनऊ: 1 मई, चुनावी आचार संहिता के अनुसार मतदान की तिथि से 2 दिन पहले चुनाव प्रचार में कुछ बंदिश लग जाती है। ऐसी स्थिति में एक निश्चित समय के बाद चुनावी सभा करना या लाउडस्पीकर से प्रचार करना प्रतिबंधित हो जाता है। प्रत्याशियों को इतनी छूट रहती है कि वह स्वयं और उनके समर्थक घर घर जाकर व्यक्तिगत जन संपर्क कर सकते हैं। 

उत्तर प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनाव के पहले चरण का मतदान 4 मई को होगा। उससे 2 दिन पहले अर्थात कल मंगलवार की शाम को  राज्य चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार प्रचार अभियान बंद हो जाएगा। जिन जिलों में दूसरे  चरण का मतदान है वहां प्रचार कार्य 9 मई तक चलता रहेगा।

नगर निकाय चुनाव में 2 मई की शाम छह बजे 37 जिलों में चुनाव प्रचार थम जाएगा। इन जिलों में पहले चरण का मतदान चार मई को होगा।   ऐसे में प्रत्याशियों ने इससे पहले ही अपने पूरे दांवपेंच शुरू कर दिए हैं। मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं।

मतदान का समय सुबह सात से शाम छह बजे तक है। नियमानुसार मतदान की समाप्ति से 48 घंटे पूर्व चुनाव प्रचार बंद करने का नियम है। सार्वजनिक सभा आदि भी इससे पहले ही समाप्त करनी होगी। ऐसे में मंगलवार शाम को छह बजे से पहले प्रचार बंद होने तक सभी दल पूरी ताकत प्रचार में लगाएंगे।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का आज और कल अनेक जनसभाओं को संबोधित करेंगे ।भाजपा ने भी मुख्यमंत्री सीएम योगी के कार्यक्रम लगाए हैं । दूसरे दल भी स्थानीय नेताओं के सहारे प्रचार के मैदान में ताल ठोक रहे हैं। इन आखिरी दो दिनों के लिए सरकारी टीमों ने भी सक्रियता बढ़ा दी है।  प्रशासन द्वारा प्रचार में मतदाताओं को प्रलोभन या धन का दुरुपयोग रोकने पर फोकस किया जा रहा है।

जिन 37 जिलों में बृहस्पतिवार को मतदान होना है उनके नाम इस प्रकार है —शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर,अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी, झांसी, जालौन, ललितपुर, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, उन्नाव, हरदोई, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, जौनपुर।


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