लखनऊ यूनिवर्सिटी में हॉस्‍टल में गंदे पानी की समस्‍या को लेकर हुए व‍िरोध प्रदर्शन
फाइल फोटो


लखनऊ डेस्क:  लखनऊ विश्वविद्यालय में शुक्रवार को फिर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े छात्रों ने अधिष्ठाता छात्र कल्याण (डीएसडब्लू) कार्यालय का घेराव किया। उनके खिलाफ नारेबाजी कर उनके इस्तीफे की मांग की।

एबीवीपी के प्रांत सह मंत्री अक्षय प्रताप का छात्रों का आरोप है कि छात्रावासों में पानी व अन्य समस्याएं अभी दूर नहीं हुई हैं। जो टीमें निरीक्षण करने गई थीं, उन्होंने भी छात्रों पर किसी भी तरह के धरना-प्रदर्शन में शामिल न होने का दबाव बनाया।

प्रदर्शन के दौरान चीफ प्राक्टर प्रोफेसर राकेश द्विवेदी, डा. ओपी शुक्ला व अन्य प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य मौके पर पहुंचे और छात्रों को शांत कराने की कोशिश करने लगे, लेकिन छात्र विरोध में डटे हैं। छात्रों का कहना है कि दो दिन पहले छात्र अमन का हस्टल आवंटन बिना किसी नोटिस के ही निरस्त कर दिया गया जो कि गलत है। छात्रों का विरोध जारी है।

दो दिन पहले भी हो चुका है प्रदर्शन

लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रावासों में पीने का साफ पानी न आने व अन्य समस्याएं दूर न होने से गुस्साए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को अधिष्ठाता छात्र कल्याण (डीएसडब्ल्यू) कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। करीब चार घंटे तक चले प्रदर्शन के दौरान छात्र अधिष्ठाता छात्र कल्याण की गाड़ी के सामने लेट गए थे। उन्हें हटाने के दौरान एक छात्र के हाथ में हल्की खरोंच लग गई थी। वहीं, एक अन्य छात्र बेहोश भी हो गया था।

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