अगर आप भी करते हैं एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल तो जान ले ये बात
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जैसा की ऑफिस जाने वालों के लिए लंच पैक करना हो या फिर बच्चों के लिए टिफिन, एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल धड़ल्ले से होता है। यह सोचकर कि ये खाने को लंबे समय तक गर्म रखने में मदद करेंगे। वहीं रेस्टोरेंट्स और ढाबे पर भी खाना पैक करने के लिए एल्युमिनियम फॉयल्स का खूब इस्तेमाल होता है।

चिकन-मटन को ग्रिल करने से लेकर रोटी लपेटने तक, एल्युमिनियम फॉयल हमारा काम काफी आसान बना देता है। यह सुविधाजनक तो है, लेकिन हम यह ध्यान नहीं दे पाते हैं कि इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि एल्युमिनियम फॉयल को अपनी रसोई से पूरी तरह से हटा देना चाहिए। इसके बजाय कुछ स्मार्ट टिप्स के जरिए आप इन्हें इस्तेमाल में ला सकते हैं। 

कौन से फूड्स एल्युमिनियम फॉयल में नहीं करने चाहिए पैक

गर्म खाना: एल्युमिनियम फॉयल में गर्म खाने को लपेटने से अल्जाइमर हो सकता है। आपने कई जगहों पर देखा होगा कि गरमागरम राजमा और छोले को एल्युमीनियम फॉयल बॉक्स में पैक करके दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गर्म खाने को कभी भी फॉयल पेपर या एल्युमिनियम फॉयल से ढक कर नहीं रखना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि गर्म तापमान इसे पिघलाना शुरू कर देते हैं और इसके तत्व भोजन में मिल जाते हैं। इनसे अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसे खतरों की संभावना बढ़ सकती है।

बचा हुआ खाना: कुछ लोगों में यह आदत देखने को मिलती है कि वो बचे हुए खाने को एल्युमिनियम फॉयल में लपेटकर रख देते हैं।कभी भी बचे हुए खाने को एल्युमिनियम फॉयल में पैक न करें और माइक्रोवेव ओवन में खाना पकाते या फिर से गर्म करते समय इसका इस्तेमाल भूलकर भी न करें। घर में खाना पकाने के लिए एल्युमिनियम के बर्तनों का भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि यह किडनी और हड्डियों को नुकसान पहुंचाता है।

खट्टी चीजे़: कई बार हम जल्दबाजी में फलों को काटकर एल्युमिनियम फॉयल में पैक कर लेते हैं। इसी तरह टमाटर, खट्टे फलों और मसालेदार चीजों से बनी चटनी को भी इन फॉयल्स में नहीं रखना चाहिए। ये फूड्स फॉयल को खराब कर देते हैं, जिनसे इनपर बैक्टीरिया का अटैक जल्दी होने लगता है और ये टॉक्सिक हो सकते हैं।


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