भारत के सबसे बड़े कोरुगेटेड पैकेजिंग मशीनरी एक्सपो का दिल्ली में 7-9 मार्च, 2024 तक विशेष आयोजन
भारत में कोरुगेटेड पैकेजिंग मशीनरी इंडस्ट्री को मिलेंगे नए आयाम


नई दिल्ली : कोरुगेटेड पैकेजिंग मशीनरी इंडस्ट्री के लिए समर्पित एक्सहिबिशन, कोरू पैक प्रिंट इंडिया एक्सपो 2024, का आयोजन नई दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में 7 मार्च से 9 मार्च तक किया जाएगा। यह आयोजन इंडियन पेपर कोरुगेटेड एंड पैकेजिंग मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (आईसीपीएमए) और फ्यूचरएक्स ग्रुप द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। यह भारत के प्रमुख कोरुगेटेड पैकेजिंग मशीनरी एसोसिएशन द्वारा आयोजित एकमात्र एक्सहिबिशन है।

इस एक्सपो में कोरुगेटेड पैकेजिंग मशीनरी क्षेत्र के प्रमुख मैन्युफैक्चरर्स शामिल होंगे, जो अत्याधुनिक मशीनों के लाइव प्रदर्शन के साथ अपने नवीनतम प्रोडक्ट्स को प्रदर्शित करेंगे। इस आयोजन का उद्देश्य उन प्रोडक्ट्स का व्यापक प्रदर्शन प्रस्तुत करते हुए कोरुगेटेड इंडस्ट्री के सम्पूर्ण सार को एक साथ लाना है, जो पैकेजिंग और कोरुगेटेड इंडस्ट्री की जरूरतों को पूरा करने पर आधारित हैं।
हितेश नागपाल, प्रेसिडेंट, आईसीपीएमए, ने कोरुगेशन सेगमेंट की पूर्ति के लिए एक विशेष कार्यक्रम के रूप में कोरू पैक प्रिंट इंडिया के अद्वितीय महत्व पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यह एक्सहिबिशन कोरुगेटेड पैकेजिंग मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स को एक साथ लाने का एसोसिएशन का अपनी तरह का पहला प्रयास है।

आईसीपीएमए की स्थापना भारत के पहले पेपर कोरुगेटेड और पैकेजिंग मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के रूप में वर्ष 2014 में नई दिल्ली में की गई थी, यह तब से ही अपने क्षेत्र में खुद को एक प्रेरक शक्ति के रूप में साबित कर रहा है। यह एक आधुनिक और गतिशील मंच है, जो उन भारतीय मैन्युफैक्चरर्स को महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है, जो वैश्विक स्तर पर कोरुगेटेड पैकेजिंग मशीनरी व्यवसाय से जुड़े हुए हैं।

अपनी चर्चा के दौरान हितेश जी ने यह भी बताया कि देश में कोरुगेटेड इंडस्ट्री के तकनीकी परिदृश्य को आगे बढ़ाने में एसोसिएशन किस प्रकार योगदान देता है, साथ ही इसके सदस्यों की सक्रिय भागीदारी को भी रेखांकित किया। इसके बाद उन्होंने अपने सदस्यों के विकास को बढ़ावा देने के लिए एसोसिएशन के दृष्टिकोण पर बात की, क्योंकि एसोसिएशन इसके प्रत्येक भागीदार को अपने व्यवसाय को बेहतर बनाने में योगदान देना सुनिश्चित करता है। अपने सहयोगात्मक प्रयासों और निरंतर रूप से नवाचार को अपनाने के माध्यम से आईसीपीएमए का उद्देश्य देश की कोरुगेटेड इंडस्ट्री की तकनीकी शक्ति को बढ़ावा देना है।

वित्त वर्ष 2020 में लगभग 75 बिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य वाली भारतीय पैकेजिंग इंडस्ट्री 18-20% की सीएजीआर हासिल करने की ओर अग्रसर है। वित्त वर्ष 2025 तक इसके लगभग 200 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है। इस विस्तार का श्रेय विशेष रूप से रिटेल मार्केट को जाता है, जो भारत की अर्थव्यवस्था का पाँचवाँ सबसे बड़ा क्षेत्र है, जो विशेष रूप से निर्यात में लगातार विस्तार क्षमता प्रदर्शित करता है।

कोरू पैक प्रिंट इंडिया 2024 पैकेजिंग साथियों के बीच सुदृढ़ नेटवर्किंग स्थापित करने, इंडस्ट्री नेटवर्क का विस्तार करने तथा पैकेजिंग के नवीनतम रुझानों के बारे में सीखने के लिए एक सुदृढ़ केंद्र बनने का वादा करता है। कार्यक्रम में उपस्थित होने वाले लोगों को 150 से अधिक लाइव मशीनरीज़ के साथ विशेष चर्चा में शामिल होने का मौका मिलेगा, जो सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देगी।  नमित गुप्ता, डायरेक्टर, फ्यूचरएक्स ग्रुप, ने कहा, "यह एक्सहिबिशन नवाचार और व्यावसायिक कौशल के रणनीतिक मिश्रण को उजागर करता है। हमारा लक्ष्य इंडस्ट्री लीडर्स को एक साथ लाकर, सार्थक सहयोग के लिए उपजाऊ जमीन बनाना, तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देना और कोरुगेटेड पैकेजिंग मशीनरी इंडस्ट्री को नई ऊँचाइयों पर ले जाना है।"

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