कोकोनट यानी नारियल कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। नारियल का हर एक रूप फिर चाहे वह सूखा हो, ताजा या फिर इसका पानी और मलाई, हर एक चीज़ हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है खासतौर से शुगर के मरीजों के लिए। इसमें फाइबर मौजूद होता है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए बहुत ही जरूरी न्यूट्रिएंट होता है। पाचन दुरुस्त रखने के साथ ही ये वजन भी कंट्रोल में रखता है। लेकिन ध्यान दें मीठे नारियल प्रोडक्ट्स, जैसे कि बेकिंग में इस्तेमाल होने वाले लच्छे (फ्लैकस), डायबिटीज़ के मरीजों लोगों के लिए बिल्कुल भी हेल्दी ऑप्शन नहीं इसलिए इनके सेवन से बचना चाहिए।
नारियल के पोषण के रूप में लाभ
नारियल में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले सैचुरेटेड फैट जैसे लॉरिक एसिड की मात्रा ज्यादा होती है। लॉरिक एसिड हमारे शरीर में “मोनोलॉरिन” में परिवर्तित हो जाता है, यह एक लाभकारी कंपाउंड (यौगिक) होता है जो रोग पैदा करने वाले कई जीवों को ख़त्म कर देता है।
नारियल में निम्नलिखित पोषक तत्व भी होते हैं,जो शरीर के लिए लाभकारी हो सकते हैं:
• विटामिन सी
• थायमिन (विटामिन बी1)
• फोलेट
• पोटैशियम
• मैंगनीज
• कॉपर
• सेलेनियम
• लोहा
• फास्फोरस
• पोटैशियम
नारियल फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत
नारियल फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत होता है। ताजे नारियल के एक छोटे से टुकड़े में 4 ग्राम डाइटरी फाइबर होता है, जो आपकी डेली डाइट का 16 प्रतिशत होता है। तो यह कहा जा सकता है कि जो नारियल आपको दिन के सिर्फ 2 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट के बदले इतना फाइबर देता है, वह निश्चित रूप से डायबिटीज़ रोगियों के लिए एक हेल्दी ऑप्शन है।
ध्यान देने वाली कुछ बातें
हमारे खाने में शामिल सभी चीजों की तरह, जब नारियल की भी बात आती है तो हमें कुछ बातों का ध्यान ज़रूर रखना चाहिए।
नारियल में फैट ज्यादा होता है, खास तौर पर “सैचुरेटेड फैट” (संतृप्त वसा) इसलिए अगर आप अपने बढ़े हुए वजन से जूझ रहे हैं, तो सीमित मात्रा में ही इसे खाएं। साथ ही नारियल धीरे- धीरे पचता है जिससे यह आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करने में मदद कर सकता है। इसका मतलब है कि अगर आप हल्का नाश्ता लेते हैं, तो यह आप को वजन घटाने और अपनी शुगर मैनेज करने दोनों में मदद करता है।