हमास को मिटाकर ही दम लेंगे, नेतन्याहू ने खाई कसम, दोनों ओर से ताबतोड़ हमले जारी
बेंजामिन नेतन्याहू


वाशिंगटन/यरूशलम : इजराइल-हमास युद्ध में मारे गए अमेरिकी नागरिकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को इसकी पुष्टि की है। एक दिन पहले इस युद्ध में 14 अमेरिकी नागरिकों की मौत की पुष्टि की गई थी। वहीं इजराइली एयरफोर्स ने गाजा में इस्लामिक यूनिवर्सिटी पर हमला कर खंडहर में तब्दील कर दिया है। 


इजराइली डिफेंस फोर्सेस ने बमबारी का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। फोर्सेस ने लिखा कि हमास ने इंस्टीट्यूट ऑफ नॉलेज को इंस्टीट्यूट ऑफ डेस्ट्रक्शन में तब्दील कर दिया है। हमास ने इस यूनिवर्सिटी को हथियारों के ट्रेनिंग कैंप में तब्दील कर दिया था। बमबारी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि हमें बिल्कुल स्पष्ट रुख अपनाना होगा। आतंकवाद को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने कहा, इजराइल अमेरिका का सहयोगी है और हम हमेशा साथ मिलकर काम करते रहेंगे। 

इधर, लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्ला और फिलिस्तीन चरमपंथियों के पास ड्रोन और ग्लाइडर होने की जानकारी है। विमान के सीमा में दाखिल होने की खबर ऐसे समय आई है जब बुधवार को हिजबुल्ला ने एक इजराइली सैन्य ठिकाने पर टैंक विध्वंसक मिसाइल दागीं, जिसमें सैनिकों के मारे जाने और घायल होने का दावा किया गया। इजराइली सेना ने दक्षिणी लेबनान के उस क्षेत्र पर गोलाबारी की जहां से हमला किया गया था।

इजराइली एयरफोर्स की ताजा कार्रवाई में इस्लामिक यूनिवर्सिटी की इमारतें जमींदोज हो चुकी हैं। यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने मीडिया एजेंसी को बताया कि इजराइली सेना की कार्रवाई में कई इमारतें पूरी तरह से खत्म हो गई हैं। बमबारी के बाद वहां मलबा दिखाई दे रहा है। बमबारी के वक्त वहां पर धूल और धुएं का गुबार ही दिखाई दिया।

इजराइल की सेना ने कहा है कि इजराइल में 155 सैनिकों सहित 1,200 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि गाजा में अधिकारियों के अनुसार, 260 बच्चों और 230 महिलाओं सहित 950 लोग मारे गए हैं।


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