रूस में रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम पर बड़ा साइबर अटैक, राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश
रूस में राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 15 मार्च से मतदान शुरू


मास्को : रूस में पहली बार इस्तेमाल हो रहे रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम पर बड़े पैमाने पर साइबर अटैक किया गया है. समाचार एजेंसी ने शनिवार को रूसी केंद्रीय चुनाव आयोग के प्रमुख एला पामफिलोवा के हवाले से कहा कि रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम के निगरानी पोर्टल को लक्ष्य बनाकर 30 हजार हमले किए गए.

पामफिलोवा ने कहा कि शुक्रवार की तुलना में शनिवार को हमले बढ़ गए. मॉस्को में चुनाव निरीक्षण टीम के प्रमुख वादिम कोवालेव ने शनिवार को कहा कि ये हमले अमेरिका और ब्रिटेन से किए गए हैं. कोवालेव ने कहा, ‘जिन सर्वरों से हमले हो रहे हैं, उनमें से अधिकांश अमेरिका और ब्रिटेन में स्थित हैं.’

रूस में राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 15 मार्च को शुरू हुआ मतदान 17 मार्च को समाप्त होगा. देश के कुछ हिस्सों में पहली बार रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग शुरू की गई. इस चुनाव में वर्तमान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के लियोनिद स्लटस्की; रूसी कम्युनिस्ट पार्टी के निकोलाई खारितोनोव, न्यू पीपल पार्टी के व्लादिस्लाव दावानकोव और एक निर्दलीय उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं.

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पूरे देश में 90 हजार से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं. सबसे पहले सुदूर पूर्व में स्थित कामचटका व चुकोटका में मतदान शुरू हुआ. रूस के पश्चिमी छोर पर स्थित कलिनिनग्राद में सबसे आखिरी में मतदान होगा.

रूसी केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, चुनाव में लगभग 11 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं. चुनाव आयोग के अनुसार 28 मार्च से पहले चुनाव परिणाम घोषित कर दिया जाएगा.


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