लखनऊ : सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आजम खान की विधानसभा सदस्यता रद्द होने पर खुलकर विरोध किया है. उन्होंने कहा बीजेपी के निशाने पर आजम खान साहब हैं, जिन पर रोज फर्जी केस दर्ज किए जा रहे हैं. उन्हें हर तरह से परेशान किया जा रहा है. अखिलेश ने कहा कि प्रदेश सरकार बेवजह आजम को परेशान कर रही है.
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आजम खान प्रदेश की भाजपा सरकार की आंखों में इसलिए खटकते हैं क्योंकि वे साम्प्रदायिक ताकतों के धुर विरोधी हैं और लोकतंत्र तथा समाजवाद के लिए प्रतिबद्ध हैं. रचनात्मक कार्यों में उनकी विशेष रुचि है. वह संविधान और धर्मनिरपेक्षता के लिए निरन्तर संघर्ष करने वाले नेता रहे हैं.
भाजपा को चिढ़ है कि रामपुर में आजम खान ने एक उच्चस्तरीय शैक्षिक संस्थान मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय बना दिया जिससे इस क्षेत्र के नोजवानों को आगे बढ़ने का मौका मिलना तय था. इस बड़े काम की प्रशंसा के बजाय भाजपा सरकार विश्वविद्यालय को ही मटियामेट करने पर तुली हुई है.
अखिलेश ने कहा कि आजम साहब पर न जाने कितने झूठे मुकदमे लगा दिए गए. भाजपा मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को ध्वस्त करने में लगी है. बीजेपी के पास जब कुछ नहीं होता है तो इसी तरह से लोगों को परेशान करती है.
'राजनीति में विद्वेष की भावना का स्थान नहीं'
भाजपा सरकार को याद रखना चाहिए कि राजनीति में विद्वेष की भावना का कोई स्थान नहीं है. लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष की समान भूमिका होती है. आजम खान सामान्य व्यक्ति नहीं, वे रामपुर से 10 बार विधायक, तीन बार सांसद, राज्य सरकार में कई बार मंत्री, नेता विपक्ष भी रहे हैं. भाजपा ने उनको राजनीति में किनारे करने की जो साजिश की है वह उन पर ही भारी पड़ेगी.
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आजम खान प्रदेश की भाजपा सरकार की आंखों में इसलिए खटकते हैं क्योंकि वे साम्प्रदायिक ताकतों के धुर विरोधी हैं और लोकतंत्र तथा समाजवाद के लिए प्रतिबद्ध हैं. रचनात्मक कार्यों में उनकी विशेष रुचि है. वह संविधान और धर्मनिरपेक्षता के लिए निरन्तर संघर्ष करने वाले नेता रहे हैं.
भाजपा को चिढ़ है कि रामपुर में आजम खान ने एक उच्चस्तरीय शैक्षिक संस्थान मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय बना दिया जिससे इस क्षेत्र के नोजवानों को आगे बढ़ने का मौका मिलना तय था. इस बड़े काम की प्रशंसा के बजाय भाजपा सरकार विश्वविद्यालय को ही मटियामेट करने पर तुली हुई है.
अखिलेश ने कहा कि आजम साहब पर न जाने कितने झूठे मुकदमे लगा दिए गए. भाजपा मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को ध्वस्त करने में लगी है. बीजेपी के पास जब कुछ नहीं होता है तो इसी तरह से लोगों को परेशान करती है.
'राजनीति में विद्वेष की भावना का स्थान नहीं'
भाजपा सरकार को याद रखना चाहिए कि राजनीति में विद्वेष की भावना का कोई स्थान नहीं है. लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष की समान भूमिका होती है. आजम खान सामान्य व्यक्ति नहीं, वे रामपुर से 10 बार विधायक, तीन बार सांसद, राज्य सरकार में कई बार मंत्री, नेता विपक्ष भी रहे हैं. भाजपा ने उनको राजनीति में किनारे करने की जो साजिश की है वह उन पर ही भारी पड़ेगी.