पश्चिम बंगाल में प्रसिद्ध गंगा सागर मेले की तैयारी अंतिम चरण में.......
फाइल फोटो


पश्चिम बंगाल में प्रसिद्ध गंगा सागर मेले की तैयारी अंतिम चरण में है। यह मेला पश्चिम बंगाल के दक्षिण परगना जिले में लगता है। इस बार मेला 08 से 16 जनवरी तक चलेगा। इस बार मेले में कई चीजें खास की गई है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बंगाल के विख्यात मंदिरों के दर्शन का भी मौका मिलेगा। हिंदुओं की आस्था के महापर्व मकर संक्रांति पर इस बार जो लोग पुण्य स्नान करने गंगासागर जाएंगे उन्हें बंगाल के सभी प्रमुख मंदिरों के भी दर्शन होंगे। गंगासागर में ही कालीघाट, दक्षिणेश्वर, तारापीठ, तारकेश्वर और जहूरा कालीबाड़ी मंदिर के दर्शन हो जाएंगे।

बांग्लार मंदिर नामक नई पहल की होगी शुरुआत

जानकारी के मुताबिक, दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन की तरफ से यह अनूठी पहल की गई है, जिसे 'बांग्लार मंदिर' नाम दिया गया है। गंगासागर की चार नंबर सड़क पर इन मंदिरों की प्रतिकृतियों का निर्माण किया गया है। इन्हें प्लाईवुड व अन्य सामग्रियों से तैयार किया गया है। मंदिरों के बीच में एक बड़े से शिवलिंग का भी निर्माण किया गया है। साथ ही नंदी की प्रतिकृति भी बनाई गई है। वहीं मुख्य द्वार को भगवान शंकर के विशाल डमरू का रूप दिया गया है।

सागर आरती का भी आयोजन

जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि हर साल मकर संक्रांति पर देश-दुनिया से लाखों लोग गंगासागर में पुण्य स्नान करने आते हैं। इस पहल के जरिए उन्हें बंगाल के धार्मिक स्थलों के बारे में जानकारी दी जा सकेगी। गंगासागर मेले के समय यह आकर्षण का मुख्य केंद्रों में से एक होगा और यहां बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ने की उम्मीद की जा रही है। मंदिरों की विशेष आलोक -सज्जा की जाएगी। ये गंगासागर के वातावरण को और पावन करेंगे। इस बार गंगासागर में तीन दिन सागर आरती का आयोजन भी किया जाएगा। यह 12 से 14 जनवरी तक होगी। सागर आरती के दौरान 100 लोग ढाक जो कि बंगाल का लोकप्रिय वाद्य यंत्र हैं बजाएंगे।


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