सपा महिला सभा की नव मनोनीत राष्ट्रीय महासचिव चमन आरा रायनी
चमन आरा राईनी


सिद्धार्थनगर । आदर्श नगर पालिका परिषद बांसी  अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद समाजवादी पार्टी ने चमन आरा राईनी के कद को और भी बढ़ा दिया है। समाजवादी पार्टी ने चमन आरा राईनी को महिला सभा का राष्ट्रीय महासचिव पद पर मनोनीत किया है। समाजवादी पार्टी के केंद्रीय कार्यालय से आये मनोनयन पत्र की जानकारी होते ही बधाई देने के लिए कार्यकर्ताओं का उनके आवास पर  तांता लग गया।

इस सम्बन्ध में नपा अध्यक्ष चमन आरा राईनी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर वह पार्टी के प्रति हमेशा समर्पित रहीं। राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने उन पर भरोसा जताया है तो वह पार्टी की मजबूती को तत्पर रहेंगी। राष्ट्रीय सचिव चुने जाने पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय सहित जिला अध्यक्ष लालजी यादव, उपाध्यक्ष अफसर रिजवी, सोनू यादव, बेचई यादव, बरकत अली राइनी, ईश्वर चंद्र दूबे, सैय्यद मो. कुतुब, मो हारुन आदि ने उन्हें बधाई दिया है।

गोंड / धुरिया आदिवासी समाज ने उनके आदर्शों पर चलने का लिया संकल्प 


सिद्धार्थनगर। जिले के डुमरियागंज  नगर पंचायत क्षेत्र में आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा की 123 वीं शहादत दिवस बलिदान दिवस के रूप में मनायी गयी ।इस अवसर पर तहसील क्षेत्र में निवासरत धुरिया गोंड आदिवासी समाज के लोग उपस्थित रहें। वक्ताओं ने बिरसा मुंडा के जीवन पर विस्तार प्रकाश डाला व कार्यक्रम के अंत में लोगों से उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प दिलाया।
 
शुकवार को  पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गोंड /धुरिया आदिवासी समाज के तहसील परिसर स्थित एक आवास पर एकत्रित हुएं । इंदिरा नगर वार्ड सभासद उमाशंकर गोंड की अध्यक्षता व शिव कुमार धुरिया के संचालन में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष जनजाति मोर्चा बीजेपी राजेंद्र धुरिया ने लोगों में अपने विचार रखते हुए कहा कि भारतीय इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे नायक थे जिन्होंने भारत के झारखंड में अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया। 





काले कानूनों को चुनौती देकर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य को सांसत में डाल दिया। जबकि शिक्षक गणेश गोंड और शिव कुमार धुरिया ने अपने विचार में कहा कि बिरसा मुंडा सही मायने में पराक्रम और सामाजिक जागरण के धरातल पर तत्कालीन युग के एकलव्य और स्वामी विवेकानंद थे। ब्रिटिश हुकूमत ने इसे खतरे का संकेत समझकर बिरसा मुंडा को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया। वहां अंग्रेजों ने उन्हें धीमा जहर दिया था। जिस कारण वे 9 जून 1900 को शहीद हो गए। 

बिरसा मुंडा की गणना महान देशभक्तों में की जाती है। कार्यक्रम के अंत में जल,जंगल और जमीन के संरक्षण हेतु उनके बताएं हुए मार्ग पर चलने का उपस्थित लोगों ने निर्णय लिया।

 उक्त अवसर पर प्रमुख रूप से शिव शंकर गोंड, श्री प्रकाश धुरिया, जवाहर लाल,प्रदीप गोंड, डा.रमेश,राम जतन,चिरकुट राम धुरिया, जगदीश गोंड,अनिल गोंड, राजकुमार धुरिया,कृष्णाराम गोंड,नीरज गोंड सहित आदि लोग मौजूद रहें।

सलमान मेहदी
दैनिक पायनियर न्यूज
जिला संवाददाता, सिद्धार्थ नगर


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