क्या होता है जब आप करते हैं ज्यादा शराब का सेवन
फाइल फोटो


मोटापा एक गंभीर समस्या है, जो इन दिनों तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इसकी सबसे प्रमुख वजह हमारी जीवनशैली है। मोटापे के सबसे आम कारणों में अल्कोहल यानी शराब भी शामिल है।

अल्कोहल न सिर्फ आपके लीवर और शरीर के अन्य अंगों को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि कुछ अन्य गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं की भी वजह बन सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो अत्यधिक और लंबे समय तक शराब का सेवन लिवर की बीमारी का एक प्रमुख कारण है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनियी में लगभग 70 प्रतिशत लोग लिवर विकारों से पीड़ित हैं। इसमें से ज्यादातर लोग ऐसे थे, जिनका शराब का सेवन बहुत अधिक था। 

शराब और शरीर पर इसका प्रभाव

भारत में कई लोग मोटापे और अधिक वजन की वजह से होने वाली स्वास्थ्य जटिलताओं से पीड़ित हैं। अल्कोहल नॉर्मल लिवर मोर्फोलॉजी में बदलाव करता है, जो फैटी लिवर, हेपेटाइटिस और सिरोसिस की वजह बनता है। अल्कोहल को डायरेक्ट हेपेटोटॉक्सिन माना जाता है, फिर भी हर किसी को अल्कोहलिक लिवर डिजीज (ALD) नहीं हो सकती। एएलडी की शुरुआत में कई कारक अहम भूमिका निभाते हैं, जैसे पीने का पैटर्न, आहार, मोटापा और लिंग। अब लोगों को यह समझना चाहिए कि गलत या अधिक मात्रा में सेवन करने पर शराब शरीर को कैसे प्रभावित कर सकती है। 

  • लिवर डिजीज
  • मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर प्रभाव
  • दिल के अंदर ब्लॉकेज
  • स्तन और अन्य कैंसर की संभावना
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • दिल की बीमारी
  • स्ट्रोक
  • पाचन संबंधी समस्याएं

महिलाओं को कैसे प्रभावित करती है शराब

पुरुषों की तुलना में शराब महिलाओं को अलग तरह से प्रभावित करती है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अल्कोहॉलिक लिवर इंजरी होने की संभावना ज्यादा होती है। वे अल्कोहल के कम सेवन से भी एएलडी का शिकार हो सकती हैं। अगर कोई पुरुष हफ्ते में 14 ड्रिंक्स से ज्यादा ले रहा है, तो उनमें एएलडी विकसित होने की संभावना अधिक होती है। वहीं, महिलाएं एक हफ्ते में 7 ड्रिंक्स से ज्यादा पी रही हैं, तो उनमें एएलडी हो सकता है। जेंडर के अलावा मोटापा, डाइट में हाई फैट और रोजाना या अत्यधिक शराब पीने की आदत भी लिवर को नुकसान पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

ज्यादा शराब पीने से पहले महिलाओं को पता होनी चाहिए निम्न बातें-

अत्यधिक शराब के सेवन से गर्भपात, स्टिल बर्थ और समय से पहले प्रसव का खतरा बढ़ जाता है।
गर्भावस्था के दौरान अत्यधिक शराब के सेवन से बच्चे में फीटल अल्कोहल स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (FASD) होने का खतरा बढ़ जाता है।
अल्कोहल का ज्यादा सेवन आपके मासिक धर्म चक्र यानी मेंस्ट्रुअल साइकिल को प्रभावित करता है।
ज्यादा मात्रा में शराब पीने से ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है।


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