जाट, जाटव और मुस्लिम वोटों की तिकड़ी आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा का खेल बिगाड़ सकती है
फाइल फोटो


घोसी विधानसभा उपचुनाव के परिणाम ने भाजपा के लिए चेतावनी की घंटी बजा दी है। पश्चिम उप्र की राजनीतिक जमीन पूर्वी क्षेत्र से ज्यादा ऊबड़-खाबड़ है। यहां जाट, जाटव और मुस्लिम वोटों की तिकड़ी आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा का खेल बिगाड़ सकती है।

रालोद प्रमुख जयन्त चौधरी और युवा दलित नेता चंद्रशेखर ज्यादा आक्रामक रणनीति के साथ भगवा खेमे की घेरेबंदी कर रहे हैं। पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक किसान नेता राकेश टिकैत व श्रीकांत त्यागी अपने-अपने तरीके से भाजपा की धड़कन बढ़ाते रहे हैं। वहीं, भाजपा के सांसदों एवं संगठन के बीच बढ़ती तकरार से भी चुनौती बढ़ेगी।

2019 में भी फिसली थी 50 फीसद सीटें

पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा गठबंधन ने पश्चिम यूपी (West UP) में भाजपा को ज्यादा नुकसान पहुंचाया। 2014 में पश्चिम की सभी 14 सीटें जीतने वाली भाजपा 2019 में सात सीटें हार गई। इस क्षेत्र में सपा और बसपा के साथ रालोद की तिकड़ी (SP BSP RLD) थी। साफ है कि पश्चिम में ज्यादातर सीटों पर मुस्लिम और जाटव वोटों ने भाजपा का गणित बिगाड़ा।

पिछले चुनाव की तुलना में पश्चिम यूपी में जयन्त की अगुआई में रालोद मजबूत हुआ है, जबकि चंद्रशेखर ने दलित वोटों पर पकड़ बढ़ाया है। इसकी बानगी पांच दिसंबर 2022 को खतौली विस उपचुनाव में मिल चुकी है।

जनाधार खिसकने के बावजूद बसपा अहम फैक्टर

पश्चिम उप्र  में 1990 से 2012 तक मजबूत पकड़ रखने वाली बसपा का वोटबैंक लगातार खिसका है। पश्चिम उप्र में किसान आंदोलन की लहरें भाजपा को बेचैन करती रहती हैं। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि आइएनडीआइए की छतरी के नीचे 2024 में सपा व कांग्रेस के साथ रालोद के आने पर बिजनौर, नगीना, सहारनपुर, अमरोहा, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, कैराना, संभल से लेकर मुरादाबाद तक कई सीटों का समीकरण उलझेगा।

जातियों में खींचतान, संगठन में बेचैनी

पश्चिम क्षेत्र के ज्यादातर जिलों में जातीय समीकरण को लेकर नए सिरे से बेचैनी है। प्रतिनिधित्व और महत्व को लेकर कई जातियां आपस में उलझ रही हैं। जिलाध्यक्षों को लेकर सांसदों एवं संगठनों में टकराव साफ है। लोकसभा टिकट एवं संगठन में दावेदारी को लेकर रस्साकशी बढ़ी है।

मुजफ्फरनगर में जाट-ठाकुर-सैनी, बुलंदशहर में खटीक-वाल्मीकि-जाटव, मेरठ में वैश्य-ब्राहृमण, गौतमबुद्ध नगर में गुर्जर-ब्राह्मण, बिजनौर में जाट-गुर्जर, सहारनपुर में ठाकुर-ब्राह्मण, अमरोहा में जाट-गुर्जर-ठाकुर के बीच तकरार सुनाई पड़ रही है।

भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसौदिया के मुताबिक पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। सभी जातियों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व होगा। भाजपा समीक्षा और परिश्रम में विश्वास रखती है। हम पश्चिम क्षेत्र की सभी 14 सीटें बड़े अंतर से जीतेंगे।


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