लाहौर : आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पाकिस्तान में हालात इस समय ऐसे हैं कि सरकारी एयरलाइंस कंपनियां दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई है. इन एयरलाइंस कंपनियों के पास ईंधन खरीदने तक के पैसों की कमी हो रही है.
दशकों के कुप्रबंधन और अस्थिरता ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को डगमगा दिया है, और इस साल इस्लामाबाद को डिफॉल्ट से बचने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ एक समझौते के लिए मजबूर होना पड़ा. हफीज ने कहा कि गुरुवार को तीन उड़ानें रोक दी गईं और वेतन का भुगतान भी देर से किया गया. उन्होंने कहा, 31 के बेड़े में से 25 विमान अभी भी उड़ान भर रहे हैं, अन्य को निर्धारित या अनिर्धारित रखरखाव के लिए रोक दिया गया है.
एक रिपोर्ट के अनुसार एयरलाइन ढहने की कगार पर है और अगर आपातकालीन धन उपलब्ध नहीं कराया गया तो कुछ ही दिनों में उड़ान संचालन निलंबित किया जा सकता है. ब्लूमबर्ग ने बताया कि पीआईए पर 743 अरब रुपये (लगभग 2.5 अरब डॉलर) की देनदारियां थीं, जो उसकी कुल संपत्ति से पांच गुना अधिक है.