चंडीगढ़ : किसान आंदोलन स्थल शंभू बॉर्डर पर ड्यूटी पर तैनात जीआरपी के सब इंस्पेक्टर हीरालाल का तबीयत खराब हो जाने से निधन हो गया. वे किसानों के दिल्ली कूच के दौरान शंभू बॉर्डर पर तैनात थे. शुक्रवार को उनके पैतृक गांव खरखौदा में उनका राजकीय सलामी के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. हीरालाल की निधन से उनके परिवार में मातम छाया हुआ है. इससे पहले शंभू बॉर्डर पर एक किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी.
जानकारी के अनुसार सब इंस्पेक्टर हीरालाल (52) पानीपत जीआरपी में तैनात थे. वे खरखौदा के वार्ड 10 के रहने वाले थे. वे पानीपत की समालखा चौकी में तैनात थे. हाल ही में किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान के बाद वे फोर्स के साथ हरियाणा के अंबाला में शंभू बॉर्डर पर गए थे. वे वहां मोर्चा संभाले हुए थे. वहां अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी. उसके बाद उनको अंबाला के नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया गया था. अस्पताल में गुरुवार देर शाम को उनका निधन हो गया.
परिजनों ने बताया कि हीरालाल को तीन-चार दिन पहले समालखा चौकी से अंबाला भेजा गया था. उनकी ड्यूटी शंभू बॉर्डर पर लगाई गई थी. उनके निधन की खबर मिलते ही परिवार के सदस्य अंबाला पहुंचे. उसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को उनके शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया. हीरालाल के दो संतान हैं जबकि उनकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है.
उल्लेखनीय है कि हाल ही में शंभू बॉर्डर पर एक किसान की भी मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि किसान ज्ञान सिंह (65) किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए अंबाला के शंभू बॉर्डर पहुंचे थे. वे वहां किसानों के साथ धरना दे रहे थे. उसी दौरान गुरुवार देर शाम को उनके सीने में तेज दर्द उठा. उसके बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन इलाज के दौरान किसान ज्ञान सिंह की मौत हो गई थी. वे गुरदासपुर जिले के रहने वाले थे.