पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) को आम चुनाव के लिए एक निश्चित तारीख की घोषणा करने में विफलता पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। उसकी नीयत पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।