लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में एशिया की पहली पैथोजेन रिडक्शन मशीन का लोकार्पण किया। इस मशीन की मदद से लंग कैंसर व नसों के मरीजों का इलाज आसानी से हो सकेगा। इसके साथ ही प्रदेश में पहला थोरेसिक व वस्कुलर सर्जरी विभाग की भी शुरुआत हो गयी। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य राज्य मंत्री समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि केजीएमयू परिवार को हृदय से बधाई, क्योंकि देश के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज में से एक केजीएमयू में नए परिवर्तन होते हम देख रहे हैं। उन्नति और अवनति क्या होता है। बीज जब बढ़ता है तो उन्नति होता है। बीज पड़े-पड़े सड़ जाए तो अवनति होती है।
उन्होंने कहा कि आज केजीएमयू में तीन महत्वपूर्ण उपलब्धियां मिल रही हैं। हमने कोरोना महामारी में उस स्थिति को देखा है। एक मेडिकल कॉलेज की कर्मी को हमने अपने बीच से जाते हुए देखा। उसके लंग्स के किये एक करोड़ 20 लाख की जरूरत थी। हमे समय के साथ अपने कार्यक्रमों में भी बदलाव लाना होगा।
उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में हम उन्नति के वाहक बनें, यह लक्ष्य होना चाहिए। हमने केजीएमयू के 100 वर्षों में काफी प्रगति भी की है। साथ ही ठहराव कहां आया है, इसकी समीक्षा भी करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल मेडिकल काउंसिल की नई शर्तों में बदलाव आया है। उनकी शर्तों में काफी सरलता आई है। नैक (NAAC) के मूल्यांकन की बात होती है। यहां मरीजों की बड़ी संख्या रोज आती है। हमे अपने रिसर्च पेपर ठीक से सिस्टेमेटिक ढंग से बनाने होंगे। यहां लगने वाली यह मशीन प्रदेश नहीं, भारत नहीं,बल्कि एशिया की पहली मशीन है। यह लंग्स के लिए काफी मददगार होगी।