तीसरे दिन के सर्वे के बाद वादी पक्ष के पैरोकार सोहनलाल आर्य ने ज्ञानवापी मस्जिद से बाहर निकलने के बाद हाथों से विजय का इशारा करते हुए कहा कि नंदी जिसका इंतजार कर रहे थे वह बाबा मिल गए.