नेपाल में नागरिकता विधेयक को राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल से मंजूरी मिलने के बाद विपक्षी दलों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है. सीपीएन (यूएमएल) के नेतृत्व में तीनों विपक्षी दलों ने रविवार को प्रतिनिधि सभा में जोरशोर से यह मुद्दा उठाया और इस पर प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल प्रचंड से सदन में बयान देने की मांग की.