वैश्विक मान्यता के लिए नार्वे पहुंचे तालिबानी प्रतिनिधिमंडल का अफगानिस्तान मूल के लोगों ने विरोध किया और नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि तालिबान 20 साल बाद भी नहीं बदले हैं, ये आज भी पहले जैसे हैं।